सारण: जिले के पोखरेड़ा-बगही गांव के 42 परिवारों को जिला प्रशासन ने घर खाली करने का नोटिस दिया है. जिसके बाद से सभी लोगों में मायूसी का माहौल है. वहीं, पीड़ित परिवार से बातचीत करने तरैया विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय भी पहुंचे, उन्होंने ग्रामीणों को उनके घर बचाने का भरोसा दिया.
प्रशासन ने भेजा 42 परिवारों को नोटिस
जहां राज्य के गरीब, असहाय और भूमिहीन परिवारों को सरकार की ओर से पुनर्वास के लिए जमीन दिया जा रहा है. वहीं, जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर तरैया प्रखंड के पोखरेड़ा-बगही गांव के एक तालाब के भिंड पर बसे 42 परिवारों को सरकारी नोटिस मिला है.
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय
ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 2 बीघा 9 कट्ठा 10 धूर जमीन में तालाब है. तालाब के चारों तरफ भिंड में लगभग 18 कट्ठा जमीन में लोगों का घर है. जिस पर लोग अपने पूर्वजों के समय से ही पक्के मकान बनाकर रह रहे हैं. सूचना पाकर पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए तरैया विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय पहुंचे.
डीएम से मिलेंगे मुंद्रिका प्रसाद राय
विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय ने बताया कि एक तरफ सरकार भूमिहीनों को पुनर्वास के लिए तीन डिसमिल जमीन दे रही है. ताकि वे लोग अपना घर बनाकर जीवन यापन कर सकें. ऐसे में यहां के लगभग 50 परिवारों को घर से बेघर करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने कहा कि डीएम से मिलकर लोगों की समस्या से अवगत कराया जाएगा ताकि कोई बेघर ना हो. सरकार पोखर को अतिक्रमणमुक्त करना चाहती है. जबकि ये अतिक्रमण नहीं है, क्योंकि इन सभी परिवारों के पास जमीन का दस्तावेज है.
लोगों के पास हैं दस्तावेज
बता दें कि साल 2016 में आयी भीषण बाढ़ के कारण कई लोग घर से बेघर होकर अपना सब कुछ गंवा चुके हैं. उसी बस्ती के 32 घरों में भीषण अग्निकांड भी हुआ था. जिसमें उनकी सभी सम्पत्ति और अन्य जरूरी कागजात भी जल कर राख हो गए थे. लेकिन कुछ लोगों के पास अब भी कागजात सुरक्षित हैं. जिसको लेकर लोग डीएम से मिलने जाएंगे.