समस्तीपुर: जिला को कुपोषण मुक्त बनाने को लेकर यहां के समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान डीएम ने कहा कि कुपोषण आज देश की सबसे बड़ी समस्या है. इस समस्या से निबटने के लिए सरकारी स्तर पर कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. लेकिन जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे तब तक यह कार्यक्रम सफल नहीं हो पाएगा.
कुपोषण मुक्त जिला को लेकर बनाई गई रणनीति
अपने संबोधन में डीएम ने कुपोषण से बचाव और इसको लेकर लोगों को कैसे जागरूक किया जाए इन सभी बातों पर लंबी चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कुपोषण मुक्ती को लेकर एक रणनीति भी बनाई.
जिले में है 9 आदर्श आंगनबाड़ी केंन्द्र
वहीं, इस दौरान आईसीडीएस पदाधिकारी ने कहा कि जिले में कुल 9 आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र है. जहां गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और बच्चे के जन्म से लेकर 2 साल तक आंगनबाड़ी के जरिए ध्यान रखा जाता है. लेकिन जागरूकता के अभाव के कारण काफी संख्या में लोग इस सरकारी सुविधा का लाभ उठाने से वंचित रह जाते है.
कुपोषण मुक्त बनने को लेकर लिया संकल्प
इस दौरान डीएम शशांक शुभांकर ने कुपोषण को लेकर जिले के सभी पदाधिकारियों को एकजुट होकर लोगों को जागरूक कर इसे मिटाने का संकल्प लिया. साथ ही उन्होंने लोगों से भी कुपोषण मुक्त जिला बनाने में सहयोग की अपील की. इस दौरान समस्तीपुर कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मीना प्रसाद,जिला परिषद अध्यक्ष प्रेमलता,सिविल सर्जन सहित जिले के कई अन्य विभागों के पदाधिकारी मौजूद रहे.