समस्तीपुरः बिजली लाइन लॉस कम करने के मामले में उत्तर बिहार की करीब एक दर्जन बिजली कंपनी सर्किल में समस्तीपुर का स्थान सबसे ऊपर रही है, पहले जहां अंचल में बिजली आपूर्ति का 22 फीसदी लाइन लॉस था. वहीं अब ये घटकर 15 फीसदी के करीब रह गया है. गौरतलब है कि बिजली के बेहतर संचरण व्यवस्था व बिजली चोरी पर नियंत्रण के कारण यह संभव हुआ है. वैसे बिजली लाइन लॉस में मामले में सूबे में 35.12 फीसदी व उत्तर बिहार में 25 फीसदी टेक्निकल व कॉमर्शियल लॉस हो रहा.
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क्या होती है बिजली लाइन लॉस?
बिजली का लाइन लॉस, मतलब कोई बिजली कंपनी दिनभर में 100 यूनिट बिजली सप्लाई कर रहा, लेकिन भुगतान उसे 100 यूनिट से कम का मिलता है. तो इसे टेक्निकल व कमर्शियल लॉस कहा जाता है. यानी बिजली के डिस्ट्रीब्यूशन व ट्रांसमिशन के साथ-साथ बिजली चोरी के कारण बाकी बिजली का लॉस हो रहा है. जिले में यह आंकड़ा करीब 22 फीसदी का था. वैसे बेहतर मानक के अनुसार निर्वाध बिजली देने की वजह से समस्तीपुर बिजली आपूर्ति अंचल ने सबको चौका दिया है.
बिजली के लाइन लॉस के मामले में जहां राज्य के तय मानक से भी यहां बेहतर काम हुआ है वहीं उत्तर बिहार के दर्जनों बिजली कंपनी सर्किल में जिला अव्वल आया है. समस्तीपुर अंचल के विधुत अधीक्षण अभियंता पंकज राजेश के अनुसार आगे इस लॉस को और कम करने की दिशा में काम किया जा रहा.