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300 साल पुराना है बिहार का ये महादेव मंदिर, यहां माता पार्वती के साथ 2101 शिवलिंग स्थापित

Samastipur Ancient Shiva Temple: बिहार में कई शिव मंदिर हैं, जो हजारों साल पुराने हैं. ऐसा ही समस्तीपुर का शिव मंदिर है, जिसका इतिहास 300 साल पुराना है. यहां 2101 शिवलिंग पर भक्त जलाभिषेक करते हैं. खास मौके पर इस मंदिर में भक्तों की भीड़ लगती है.

समस्तीपुर का शिव मंदिर
समस्तीपुर का शिव मंदिर
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 20, 2023, 7:07 PM IST

Updated : Nov 20, 2023, 8:00 PM IST

समस्तीपुर का शिव मंदिर

समस्तीपुरः दक्षिण भारत मंदिरों को लेकर काफी विख्यात है, लेकिन बिहार में भी कई प्राचीन मंदिर देखने को मिलते हैं. बिहार में कई ऐसे मंदिर हैं, जिसका इतिहास हजारों साल पुराना बताया जाता है. ऐसा ही मंदिर बिहार के समस्तीपुर में है, जो करीब 300 साल पुराना है. जिला मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर कल्याणपुर ब्लॉक के मालीपुर गांव का शिव मंदिर काफी विख्यात है.

समस्तीपुर का 300 साल पुराना मंदिरः मालीपुर गांव के स्थानीय निवासी आरएसएस के सदस्य उमा प्रसाद वाजपेयी इस मंदिर के बारे मे खास जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शायद ही ऐसा मंदिर कहीं भी देखने के लिए मिलता है. आखिर इस मंदिर में क्या खास है, जो अपने इतिहास को समेटे हुए है? उपा प्रसाद बताते हैं कि यह मंदिर 300 साल पुराना बताया जाता है. खास मौके पर यहां भक्तों की काफी भीड़ उमड़ती है.

2101 शिव एक साथ मौजूदः उमा प्रसाद वाजपेयी बताते हैं कि इस मंदिर में शिलाखंड से निर्मित शिवलिंग हैं, जिसमें एक साथ 2101 शिवलिंग मौजूद है. यही नहीं इन तमाम शिवलिंग के साथ ही इसमें मां पार्वती भी शिव के साथ हैं. इस प्राचीन शिवमंदिर के अंदर बहुत ही खास कलाकृतियां भी बनी हुयी है, जो अपने आम में खास है.

इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ भी स्थापितः उमा प्रसाद बताते हैं कि बहुत पहले आए भूकंप के दौरान मंदिर के अंदर काफी क्षति हुयी, लेकिन आज भी यह मंदिर अपने आप में अनूठा है. ऐसा शिवलिंग देश में शायद दूसरे अन्य किसी भी मंदिर में देखने को मिलता होगा. वर्तमान में इस प्राचीन शिव मंदिर में भगवान जगन्नाथ भी स्थापित हैं. यहां रोज काफी संख्या में शिवभक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं. महाशिवरात्रि के समय श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है.

"इस मंदिर के शिवलिंग में 2021 शिव माता पार्वती के साथ हैं. ऐसा दुर्लभ शिवलिंग शायद ही कहीं मिलेगा. डाक विभाग में काम करने के दौरान पूरे देश का भ्रमण किया. जितने ज्योतिर्लिंग है, सभी का हमने दर्शन किया है. ऐसा शिवलिंग कहीं भी देखने को नहीं मिला. यह मंदिर का इतिहास 300 साल पुराना है." -उमा प्रसाद वाजपेयी, स्थानीय निवासी

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समस्तीपुर का 300 साल पुराना मंदिरः मालीपुर गांव के स्थानीय निवासी आरएसएस के सदस्य उमा प्रसाद वाजपेयी इस मंदिर के बारे मे खास जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शायद ही ऐसा मंदिर कहीं भी देखने के लिए मिलता है. आखिर इस मंदिर में क्या खास है, जो अपने इतिहास को समेटे हुए है? उपा प्रसाद बताते हैं कि यह मंदिर 300 साल पुराना बताया जाता है. खास मौके पर यहां भक्तों की काफी भीड़ उमड़ती है.

2101 शिव एक साथ मौजूदः उमा प्रसाद वाजपेयी बताते हैं कि इस मंदिर में शिलाखंड से निर्मित शिवलिंग हैं, जिसमें एक साथ 2101 शिवलिंग मौजूद है. यही नहीं इन तमाम शिवलिंग के साथ ही इसमें मां पार्वती भी शिव के साथ हैं. इस प्राचीन शिवमंदिर के अंदर बहुत ही खास कलाकृतियां भी बनी हुयी है, जो अपने आम में खास है.

इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ भी स्थापितः उमा प्रसाद बताते हैं कि बहुत पहले आए भूकंप के दौरान मंदिर के अंदर काफी क्षति हुयी, लेकिन आज भी यह मंदिर अपने आप में अनूठा है. ऐसा शिवलिंग देश में शायद दूसरे अन्य किसी भी मंदिर में देखने को मिलता होगा. वर्तमान में इस प्राचीन शिव मंदिर में भगवान जगन्नाथ भी स्थापित हैं. यहां रोज काफी संख्या में शिवभक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं. महाशिवरात्रि के समय श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है.

"इस मंदिर के शिवलिंग में 2021 शिव माता पार्वती के साथ हैं. ऐसा दुर्लभ शिवलिंग शायद ही कहीं मिलेगा. डाक विभाग में काम करने के दौरान पूरे देश का भ्रमण किया. जितने ज्योतिर्लिंग है, सभी का हमने दर्शन किया है. ऐसा शिवलिंग कहीं भी देखने को नहीं मिला. यह मंदिर का इतिहास 300 साल पुराना है." -उमा प्रसाद वाजपेयी, स्थानीय निवासी

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Last Updated : Nov 20, 2023, 8:00 PM IST
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