समस्तीपुर: देश भर में सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर चल रहा विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, जिले में चल रहे अनिश्चितकालीन सत्याग्रह में अब दिल्ली के शाहीनबाग की तर्ज पर महिलाएं और बच्चे भी पहुंचे हैं. सभी सत्याग्रह में तीनों कानूनों पर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
बीते 10 जनवरी से जिला मुख्यालय के सरकारी बस स्टैंड में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ सत्याग्रह चलाया जा रहा है. केंद्र के खिलाफ संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा की तरफ से चलाए गए सत्याग्रह में वैसे तो कई सियासी दलों का समर्थन है. लेकिन अब दिल्ली के शाहीनबाग जैसे आंदोलन की शुरुआत यहां दिखने लगी है. घर के जरूरी काम करने के बाद आधी आबादी की भीड़ यहां जुटने लगती है. यही नहीं, स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा और बच्चे भी इस सत्याग्रह का अब हिस्सा बन रहे हैं.
काफी संख्या में पहुंची महिलाएं
वैसे तो इस सत्याग्रह में रोज कोई न कोई सियासी दल और विभिन्न सामाजिक संगठनों की भागीदारी बढ़ रही है. लेकिन बीते एक दो दिनों से यहां महिलाओं की भीड़ बताने को काफी है कि अब इस आंदोलन में जिले की आधी आबादी भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है. आंदोलन कर रहे लोगों का मानना है कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी के मुद्दे को लेकर आगे लड़ाई और धारदार होने वाली है.
- जिस कदर इस सत्याग्रह स्थल पर आधी आबादी की भीड़ बढ़ने लगी है. एसीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ ये जिले एक बड़े आंदोलन का माध्यम बन सकता है.