समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड का रहने वाले 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा कर रख दिया है. उन्होंने बीसीसीआई द्वारा गुवाहाटी में आयोजित चैलेंजर ट्रॉफी प्रतियोगिता में भारत के अंडर-19 टीम की ओर से प्रतिनिधित्व किया. इसको लेकर पूरे परिवार एवं गांव समाज में खुशी का माहौल है. संजीव सूर्यवंशी के पुत्र वैभव सूर्यवंशी अब किसी परिचय के मोहताज नहीं रह गए है. उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में ऐसा तहलका मचाया है कि अब बिहार ही नहीं पूरे देश में उनकी पहचान बन गई है.
6 साल की उम्र में रकड़ा बल्ला: वैभव सूर्यवंशी के बारे में बताया जा रहा है कि उन्हें 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने का शौक था. उन्होंने महज 7 साल की उम्र से ही समस्तीपुर के पटेल मैदान में क्रिकेट अकादमी में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया. वहीं 10 साल की उम्र में पटना जेनेक्स क्रिकेट अकादमी के कोच पूर्व रणजी खिलाड़ी मनीष ओझा के नेतृत्व में उन्हें ट्रेनिंग दी गई. पिछले सीजन में वैभव ने टूर्नामेंट में 48 शतक और तीन दोहरे शतक जमाए.
"महज 13 साल की उम्र में समस्तीपुर की तरफ से हेमंत ट्रॉफी खेलते हुए वैभव ने लीग और सुपर लीग मिलाकर पूरे बिहार में सबसे ज्यादा रन बनाए. उन्होंने तीन शतक और तीन अर्धशतक जरा. बिहार श्यामल सिंह अंडर 16 में दोहरा शतक लगाने के बाद बीसीसीआई अंडर 19 में उनका सलेक्शन हो गया. उन्हें चंडीगढ़ भेजा गया जहां बिहार की तरफ से उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाया, जिसमें एक शतक तीन अर्द्ध शतक शामिल रहा."-संजीव सूर्यवंशी, पिता
चैलेंजर ट्रॉफी में हुआ चयन: बीसीसीआई ने 13 टीम में उनका सिलेक्शन किया. इसी बीच अच्छा खेल देखकर इंडिया बी टीम के लिए चयन हुआ. जिसको लेकर गुवाहाटी में चैलेंजर ट्रॉफी की टीम में उन्होंने अपना जलवा दिखाया. चैलेंजर ट्रॉफी का आयोजन 3 से 9 नवंबर के बीच हुआ था. वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि अच्छा परफॉर्मेंस होने के बाद जनवरी से शुरू होने वाले अंडर-19 विश्व कप में भेजा जाएगा. मात्र 14 साल की उम्र में युवा खिलाड़ी के खेल की प्रतिभा को देखकर बीसीसीए ने उनका चयन किया है. सिलेक्शन करने में अध्यक्ष राकेश तिवारी का काफी योगदान रहा.
परिवार में खुशी का माहौल: वैभव सूर्यवंशी के दादा उमेश प्रसाद सिंह, दादी उषा सिंह और पिता संजीव सूर्यवंशी जो पूर्व में क्रिकेटर भी रहे लेकिन जिले भर में खेल कर अपनी प्रतिभा को दिखा पाए. उन्होंने अपने पुत्र के बिहार ही नहीं देश में नाम रोशन करने उम्मीद जताई है, वहीं वैभव सूर्यवंशी की मां आरती कुमारी भी अपने बेटे के जज्बे को देखकर खुश नजर आ रही हैं. वैभव का छोटा भाई भी घर पर क्रिकेट की तैयारी करता है.
छोटे भाई की शुरू हुई ट्रेनिंग: वहीं वैभव के दादा ने बताया कि वह चाहते हैं कि उनका पोता बिहार ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन करें. वैभव के खेल को देख अनुकूल राय ने भी उसके साथ फोटो सेशन कराया है और उन्होंने बेहतर भविष्य को लेकर शुभकामनाएं दी है. वहीं पिता संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि उनके तीन पुत्र है और दूसरे नंबर पर वैभव है. वह अपने छोटे बेटे को भी क्रिकेट की दुनिया में लाने के लिए प्रेक्टिस करा रहे हैं.
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