समस्तीपुर: सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री-सह-जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने जिला में बाढ़/सुखाड़ के पूर्व तैयारी और कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति को लेकर वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की. बैठक में मंत्री ने जिला में कोरोना संक्रमण की स्थिति और उपलब्ध चिकित्सीय सहायता पर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.
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बाढ़ को लेकर चर्चा
आपदा प्रबंधन की समीक्षा के दौरान आपदा प्रभावित परिवारों में से 18 हजार 203 लोगों के आधार का अद्यतीकरण कर लिया गया है. जबकि 141 आंगनबाड़ी केन्द्रों को ऊंचे स्थलों पर स्थानांतरित करने की कार्रवाई की जा रहा है. बैठक में तटबंधों की सुरक्षा पर भी चर्चा की गयी. जिला में बाढ़ निरोधक कार्यों की सं 17 है. समस्तीपुर जिला में परिचालन योग्य उपलब्ध कुल सरकारी नावों का भाड़ा और नाविकों की मजदूरी का भुगतान किया जा चुका है. साथ ही जिला में 334 निजी नाव उपलब्ध है. बाढ़ के दौरान पाॅलिथीन, राहत केन्द्रों और सामुदायिक किचेन पर भी चर्चा की गयी. जिले में बाढ़ के दौरान 768 सामुदायिक किचेन चालू करने की योजना है. बैठक में मानव और पशु के लिए दवा और पशु चारा की उपलब्धता के अलावे मोबाइल मेडिकल कैम्प पर भी चर्चा की गयी.
40 मोबाइल मेडिकल टीम का गठन
जिले में अब तक 40 मोबाइल मेडिकल टीम का गठन कर लिया गया है. साथ ही 84 पशु चिकित्सा शिविर चिन्हित किये गये हैं. पेयजल और गोताखोरों, मोटरबोट, लाईफ जैकेट, पूर्व के नाव के भाड़ा और नाविकों के दैनिक मजदूरी के भुगतान और सड़कों की स्थिति आदि पर विस्तृत चर्चा की गयी. प्रभारी मंत्री ने बैठक के दौरान उठाये गये सभी बिन्दुओं पर अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश जिला पदाधिकारी को दिया. साथ ही यह भी निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमण और बाढ़ सुखाड़ सहित जिला के सभी समस्याओं के बारे में हमेशा स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सुझाव प्राप्त कर उस पर कार्रवाई करें. समस्तीपुर जिला के दिवंगत विधान पार्षद स्व. हरि नारायण चैधरी के सम्मान में एक मिनट का शोक प्रकट करते हुए बैठक की कार्रवाई समाप्त की गयी.
697 लोगों का किया गया उपचार
बता दें कि जिला के 20 प्रखंडों के कुल 378 ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है. जिले में कुल 697 कोरोना संक्रमितों का उपचार किया गया. जिसमें से 348 रोगियों को ठीक होने के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया. वहीं 120 रोगियों को अन्य अस्पताल में उपचार के लिए रेफर किया गया. 12 का उपचार वेंटिलेटर पर किया जा रहा है. जिले में बी-टाईप छोटे सिलेण्डरों की संख्या 315, डी-टाईप बड़े सिलेण्डरों की संख्या 202, पाईपलाईन बेड की संख्या 80 और ऑक्सीजन कांसेन्ट्रेटर की संख्या 86 है.
19 लाख से अधिक का मास्क का क्रय
बैठक में बताया गया कि समस्तीपुर जिले में होम आइसोलेटेड रोगियों की सं 1 हजार 879 है, जबकि जिला के 378 ग्राम पंचायतों के 5 हजार 153 वार्डों के लिए अबतक 19 लाख 76 हजार 875 मास्क का क्रय किया गया है. जिसमें से 2 लाख 25 हजार 841 परिवारों के बीच अबतक 13 लाख 55 हजार 46 मास्क का वितरण किया गया है. बैठक में यह बात सामने आयी कि डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर के कुल 11 अस्पतालों में कुल 561 बेड उपलब्ध है. जिसमें से 95 बेड पर अभी उपचार चल रहा है. कोरोना संक्रमण की सहायता के लिए कोविड-19 कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है. जिला में 45 साल से अधिक उम्र के 2 लाख 24 हजार 263 व्यक्तियों को टीका का प्रथम डोज और 59 हजार 653 व्यक्तियों को द्वितीय डोज दिया गया है, जबकि 18 से 44 साल के उम्र वाले 45 हजार 933 व्यक्तियों को प्रथम डोज दिया जा चुका है, समस्तीपुर जिला में 36 सामुदायिक किचन कार्यरत हैं. जिससे अबतक 56 हजार 864 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया. बैठक के दौरान चिकित्सकों, पारामेडिकल कर्मियों और अन्य चिकित्सीय उपकरणों, मास्क के वितरण और सैनिटाइजेशन आदि पर विस्तृत चर्चा की गयी.
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