समस्तीपुरः राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा खेती की नई तकनीक के जरिए किसानों को बेहतर सुविधा और आमदनी का जरिया देने में जुटा है. इसके लिए केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय अब खेती में ड्रोन की मदद लेने जा रहा है. खास बात ये है कि इस हाईटेक तकनीक से कई एकड़ की फसलों में आसानी से कीटनाशक आदि का छिड़काव संभव होगा.
ड्रोन के जरिए कीटनाशक का छिड़काव
जानकारी के अनुसार अनुसंधान पूरा होने के बाद ये ड्रोन किसानों को भी उपलब्ध कराया जाएगा. यूनिवर्सिटी सूत्रों के अनुसार भविष्य में ये ड्रोन किसानों को प्रति एकड़ 300 से 400 रुपये तक में उपलब्ध होगा. नई तकनीक को लेकर केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति ने कहा कि कोशिश हो रही है कि ड्रोन के जरिए कीटनाशक का छिड़काव हो सके. इसे लेकर अभी शुरुआती अनुसंधान चल रहा है.
10 लीटर घोल लेकर उड़ने में सक्षम ड्रोन
दरअसल खेतों में दवा आदि के छिड़काव में अब ड्रोन की मदद ली जाएगी. यही नहीं इसके मदद से किसी फसल से जुड़ी जानकारी भी किसानों को उपलब्ध हो जाएगी. इस नए तकनीक से एक दिन में 25 से 30 एकड़ फसलों में दवा का छिड़काव किया जा सकता है. साथ ही ये ड्रोन 10 लीटर घोल लेकर उड़ने में सक्षम होगा. अगर ये प्रयोग सफल होता है तो किसानों के लिए काफी सहायक होगा.