समस्तीपुर: जिले में बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप के बावजूद मात्र आठ गांव के चिन्हित स्थानों पर दवा का छिड़काव और फॉगिंग कराया गया है. स्वास्थ्य विभाग डेंगू के बचाव और सतर्कता के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है.
स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से मुंह मोड़ कर विधायक को ही घेरना शुरू कर दिया है. साथ ही विधायक से डेंगू बीमारी समस्या से निजात पाने को लेकर ठोस कार्रवाई करने की बात की मांग की है. जिसके चलते स्थानीय राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कड़ा रुख अपनाते हुए मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही है.
'इलाज के लिए किया जाता पीएमसीएच रेफर'
डेंगू जिले के शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपना पांव पसार लिया है. वहीं, सदर अस्पताल प्रशासन डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था रखने का दावा तो करता है. लेकिन मरीज के पहुंचने पर उन्हें इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर देता है. सदर अस्पताल में डेंगू के दर्जनभर से अधिक मरीज आ चुके हैं. लेकिन आधिकारिक रूप से आज तक एक मरीज के इलाज होने की रिपोर्टिंग की गई है. जबकि समस्तीपुर के दर्जनभर से अधिक डेंगू प्रभावित मरीजों को पीएमसीएच या डीएमसीएच इलाज के लिए रेफर किया गया है.
'स्वास्थ्य विभाग बरत रही लापरवाही'
राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कड़ा रुख अपनाते हुए इस समस्या को विधानसभा में ले जाने की बात कही हैं. उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू के नाम पर लापरवाही बरत रही है. वहीं, सिविल सर्जन सियाराम मिश्रा ने दावा किया है कि डेंगू बचाव को लेकर सभी जगह फागिंग कराई गई है और क्षेत्रों को चिन्हित किया जा रहा है. लेकिन सिविल सर्जन के दावों को अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने झुठलाते हुए मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही है.