समस्तीपुर: शुक्रवार की सुबह जिले में कोरोना को लेकर राहत की खबर सामने आई. कोरोना संदिग्ध मृतक समेत अन्य 43 लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. मंगलवार की रात अधेड़ की मौत के बाद अस्पताल पर लापरवाही और साक्ष्य छुपाने का आरोप लगा था. इसको लेकर अस्पताल प्रबंधक से जवाब भी मांगा गया है.
इलाज के दौरान हुई थी मरीज की मौत
कोरोना का काला साया जिले में लगातार फैलता जा रहा है. वहीं, सदर अस्पताल प्रशासन अभी भी आंख मूंदे बैठा है. दरसअल, मंगलवार को जिले के रोसड़ा प्रखंड के एक कोरोना संदिग्ध को अनुमंडल अस्पताल से गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल रेफर किया गया था. सदर अस्पताल में इलाज के दौरान इस मरीज की मौत हो गयी.
लोगों ने ली राहत की सांस
अस्पताल प्रशासन ने इस मौत की सूचना स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी तक को नहीं दी. वहीं, बिना पोस्टमार्टम शव परिजनों को सौंप दिया गया. मामला संज्ञान में आते ही मृतक समेत अन्य 43 लोगों का सेम्पल जांच के लिए भेजा गया. आरएमआरआई पटना से सभी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद सभी ने राहत की सांस ली है.
सिविल सर्जन ने मांगा जवाब
वहीं, इस मामले के बाद जहां मृतक के परिजन इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं. सिविल सर्जन ने रोसड़ा अस्पताल के डीएस समेत सदर अस्पताल के ऑन ड्यूटी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी से इस मामले पर जवाब तलब किया है.