ETV Bharat / state

सुरक्षित नहीं है देश की आधी आबादी! आपराधिक घटनाओं से डरी हुई हैं महिलाएं

बीते कुछ सालों में छेड़खानी, अपहरण, दहेज हत्या और दहेज प्रताड़ना के मामलों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है. समाज कल्याण विभाग का मानना है कि महिलाओं पर बढ़े अपराध को लेकर विभाग और पुलिस गंभीर है. लेकिन, जरूरी है कि सामाजिक स्तर पर बेहतर पहल हो.

डिजाइन इमेज
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Dec 9, 2019, 10:06 PM IST

समस्तीपुर: मौजूदा समय में महिला सुरक्षा को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है. महिलाओं के खिलाफ एक के बाद एक हो रहे अपराध ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर क्यों देश की आधी आबादी देश में सुरक्षित नहीं है. समस्तीपुर जिले में बीते दिनों हुई वारदातों ने यहां की महिलाओं के अंदर डर पैदा कर दिया है.

samastipur
महिला हेल्पलाइन से मिल रही मदद

बता दें कि बीते 1 दिसंबर को जिले के बंगरा थाना इलाके से अज्ञात युवती की लाश मिली थी. 72 घंटों की पड़ताल के बाद पुलिस ने लाश को डिस्पोजल किया. लेकिन, अब तक इस मामले में कुछ भी साफ नहीं हो पाया है. वहीं, 4 दिसंबर को वारिसनगर थाना के गोही दमदारी चौक पर एक अज्ञात महिला का जला हुआ शव मिला. मामले के कई दिनों बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया.

samastipur
गायत्री कुमारी और कुमारी ज्योति अर्चना ने जताई चिंता

हाल की घटनाओं से उठ रहे सवाल
इन दोनों मामलों को लेकर महिला आयोग भी गंभीर नजर आ रहा है. हालांकि, अगर जिले में महिलाओं से जुड़े मामलों पर गौर करें तो बीते कुछ सालों में छेड़खानी, अपहरण, दहेज हत्या और दहेज प्रताड़ना के मामलों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है. समाज कल्याण विभाग का मानना है कि महिलाओं पर बढ़े अपराध को लेकर विभाग और पुलिस गंभीर है. लेकिन, जरूरी है कि सामाजिक स्तर पर बेहतर पहल हो.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: बिहार में विपक्ष की भूमिका पर सवाल, कई मुद्दों पर सरकार को घेरने में रहा है नाकाम

महिला हेल्पलाइन विभाग कर रहा पुष्टि
बहरहाल, विभाग के अपने दावे हैं. लेकिन, कई मामलों में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. महिला हेल्पलाइन ने भी इस बात को माना है कि महिलाओं पर हो रहे अपराध के आंकड़ों में इजाफा हुआ है. महिला हेल्प लाइन की प्रभारी कुमारी ज्योति अर्चना कहती हैं कि अब डर लगता है. अपराध इतना बढ़ गया है कि हमेशा भय रहता है कि कहीं किसी महिला की आवाज अनसुनी ना रह जाए.

समस्तीपुर: मौजूदा समय में महिला सुरक्षा को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है. महिलाओं के खिलाफ एक के बाद एक हो रहे अपराध ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर क्यों देश की आधी आबादी देश में सुरक्षित नहीं है. समस्तीपुर जिले में बीते दिनों हुई वारदातों ने यहां की महिलाओं के अंदर डर पैदा कर दिया है.

samastipur
महिला हेल्पलाइन से मिल रही मदद

बता दें कि बीते 1 दिसंबर को जिले के बंगरा थाना इलाके से अज्ञात युवती की लाश मिली थी. 72 घंटों की पड़ताल के बाद पुलिस ने लाश को डिस्पोजल किया. लेकिन, अब तक इस मामले में कुछ भी साफ नहीं हो पाया है. वहीं, 4 दिसंबर को वारिसनगर थाना के गोही दमदारी चौक पर एक अज्ञात महिला का जला हुआ शव मिला. मामले के कई दिनों बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया.

samastipur
गायत्री कुमारी और कुमारी ज्योति अर्चना ने जताई चिंता

हाल की घटनाओं से उठ रहे सवाल
इन दोनों मामलों को लेकर महिला आयोग भी गंभीर नजर आ रहा है. हालांकि, अगर जिले में महिलाओं से जुड़े मामलों पर गौर करें तो बीते कुछ सालों में छेड़खानी, अपहरण, दहेज हत्या और दहेज प्रताड़ना के मामलों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है. समाज कल्याण विभाग का मानना है कि महिलाओं पर बढ़े अपराध को लेकर विभाग और पुलिस गंभीर है. लेकिन, जरूरी है कि सामाजिक स्तर पर बेहतर पहल हो.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: बिहार में विपक्ष की भूमिका पर सवाल, कई मुद्दों पर सरकार को घेरने में रहा है नाकाम

महिला हेल्पलाइन विभाग कर रहा पुष्टि
बहरहाल, विभाग के अपने दावे हैं. लेकिन, कई मामलों में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. महिला हेल्पलाइन ने भी इस बात को माना है कि महिलाओं पर हो रहे अपराध के आंकड़ों में इजाफा हुआ है. महिला हेल्प लाइन की प्रभारी कुमारी ज्योति अर्चना कहती हैं कि अब डर लगता है. अपराध इतना बढ़ गया है कि हमेशा भय रहता है कि कहीं किसी महिला की आवाज अनसुनी ना रह जाए.

Intro:महिला सुरक्षा को लेकर पूरे देश मे गदर मचा है , लेकिन अगर जिले की बात की जाये तो , यंहा आधी आबादी की सुरक्षा पूरी तरह सवालों के घेरे में है । बीते कुछ दिनों के अंदर जिले में घटित कई बड़ी घटना व आंकड़े बताने को काफी है की , सावधान हो जाये ! यंहा महफूज नही है महिलायें ।


Body:1 दिसंबर जिले के बंगरा थाना ने अज्ञात युवती की मिली लाश , 72 घंटे बाद पुलिस ने लाश को डिस्पोजल किया , लेकिन अब तक इस मामले में कुछ भी साफ नही । वंही चार दिसंबर को वारिसनगर थाना के गोही दमदारी चौर में एक अज्ञात महिला का जला हुआ शव मिला , मामले के कई दिनों बाद भी इससे जुड़ी जांच अधर में । वैसे इन दोनों मामलों को लेकर महिला आयोग तक तथ्यों को लेकर गंभीर है । वैसे इसके अलावे अगर जिले में महिलाओं से जुड़े मामले पर गौर करे तो , बलात्कार , अपहरण , दहेज हत्या , दहेज प्रताड़ना , छेड़खानी जैसे मामले बीते कुछ वर्षों के अंदर काफी बढ़े है । वैसे यैसे मामलों पर समाज कल्याण विभाग का मानना है की , महिलाओं पर बढ़े अपराध के मामले पर विभाग व पुलिस गंभीर है , लेकिन जरूरी है समाजिक स्तर पर बेहतर पहल हो ।

बाईट - गायत्री कुमारी , सहायक निदेशक , समाजिक सुरक्षा कोषांग ।

वीओ - वैसे विभाग के अपने दावे है , लेकिन कई मामलों में पुलिस के कार्यशैली सवालों में है । वैसे हत्या व बलात्कार के मामलों के साथ ही घरेलू हिंसा के घटनाओं में भी काफी इजाफा हुआ है । जिले में महिला हेल्पलाइन भी इसकी पुष्टि कर रहा ।

बाईट - कुमारी ज्योति अर्चना , प्रभारी , महिला हेल्प लाइन ।


Conclusion:गौरतलब है जिले में महिलाओं से जुड़े दोनों बड़े मामले में घटना के कई दिनों बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली है । यही नही राज्य महिला आयोग ने भी जिले में महिलाओं से जुड़े मसले पर पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़े किए है । तो क्या यंहा आधी आबादी के साथ कभी भी कुछ भी घटित हो सकता है ।

अमित कुमार की रिपोर्ट ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.