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Samastipur SHO Murder Case: पशु तस्करों के खिलाफ 'ऑपरेशन' के कारण टारगेट पर थे दारोगा..इसलिए मारी गोली,4 गिरफ्तार

बिहार के समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी थानाध्यक्ष हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में चार अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है. पढ़ें पूरी खबर..

Samastipur SHO Murder Case
Samastipur SHO Murder Case
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Published : Aug 21, 2023, 4:59 PM IST

समस्तीपुर: 14 अगस्त की रात मवेशी चोरों के द्वारा मोहनपुर ओपी थानाध्यक्ष नंद किशोर यादव के सिर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी. घटना के 6 दिन बाद आखिरकार पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है. हथियार के साथ चार अपराधियों को धर दबोचा गया है.

पढ़ें- Bihar News: बिहार में अपराधियों का तांडव, दारोगा के चेहरे में मारी गोली, इलाज के दौरान पटना में मौत

दारोगा हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा: मामले में जिला पुलिस कप्तान ने घटना का उद्भेदन करने के लिए चार एसआईटी टीम का गठन किया था. टीम के द्वारा 4 अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. जिला पुलिस कप्तान ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले की गंभीरता को लेकर मामला दर्ज किया गया था और इस कांड उद्भेदन को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी सदर पटोरी दलसिंहसराय एवं मुख्यालय डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया था.

"टीम ने पूरे गैंग को डिटेक्ट किया. बताया गया कि नालंदा जिले के करायपरशुराय थाना अंतर्गत झाड़ापुर गांव भवानी बीघा और शान बीघा के आसपास तीन-चार गांव हैं, जहां अपराधी संगठन में काम करते हैं. शुरुआती दौर में पुलिस को एक दो अपराधियों के बारे में जानकारी मिली थी. मोहनपुर ओपी थाना अध्यक्ष इसमें स्वयं कार्य कर रहे थे और उनके द्वारा कुछ चोरों का पता लगाया गया था."- विनय तिवारी, एसपी, समस्तीपुर

4 अपराधी हथियार के साथ गिरफ्तार: एसपी ने बताया कि सबसे पहले अपराधियों को चिह्नित करने का कार्य किया गया. पता चला कि चार-पांच गांव हैं, जहां यह लोग लगातार मवेशी चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. 35 लोगों के गिरोह में कुल 10 कुख्यात अपराधी थे, जिनको चिह्नित कर एसआईटी टीम के द्वारा छापेमारी की गयी, जिसमें 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया.

अपराधी ऐसे देते थे घटना को अंजाम: जिला पुलिस कप्तान विनय तिवारी ने आगे बताया कि इस गिरोह के सदस्य अपने साथ एक ट्रक, दो पिकअप, दो स्कॉर्पियो और कुछ बोलेरो रखते हैं. यह 30-32 लोग अलग-अलग क्षेत्र में बैठ जाते हैं, जहां इनको घटना करनी है वहां के भौगोलिक स्थिति को समझते हैं. कहां भैंसों की अधिकता है, कहां से आसानी से चोरी कर सकते हैं, उस जगह को चिह्नित करते हैं और फिर चोरी करते हैं.

इन इलाकों में मचाया तांडव: पूछताछ के क्रम में यह स्पष्ट हुआ कि 6 महीने में इन लोगों ने जहानाबाद गया मोतिहारी सीतामढ़ी में भैंस की चोरी की घटना को अंजाम दिया है. घटना करने वाली जगह पर यह लोग करीब 8:00 बजे पहुंच जाते हैं. ट्रक को कहीं रेत एवं मिट्टी के तल पर खड़ा करते हैं और चोरी की गई सारी भैंसों को ट्रक पर चढ़ाकर भेज देते हैं और खुद अन्य वाहनों से निकलते हैं.

सुरक्षित भागने की भी रहती थी तैयारी: इस गैंग के चार लोग हथियार लेकर जाते हैं. उन लोगों का कार्य होता है कि यदि पब्लिक जग गई तो पूरी गैंग को हवाई फायरिंग कर सुरक्षित एस्कॉर्ट करके निकालना. गिरफ्तार किए गए अपराधियों में रोहित कुमार थाना हिल्सा जिला नालंदा, धनंजय कुमार चिकसौरा जिला नालंदा, परशुराय नालंदा, रवि कुमार खुसरूपुर जिला नालंदा शामिल हैं. इनके पास से कांड में उपयोग किए गए एक देसी कट्टा, 6 मोबाइल, घटना में उपयोग किए गए एक ट्रक को बरामद किया गया है.

गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ करने के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है. जिला पुलिस कप्तान ने मोहनपुर ओपी थाना अध्यक्ष स्वर्गीय नंदकिशोर यादव की गोली मारे जाने वाली जगह शाहबाजपुर में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर पूरे मामले का खुलासा किया.

समस्तीपुर: 14 अगस्त की रात मवेशी चोरों के द्वारा मोहनपुर ओपी थानाध्यक्ष नंद किशोर यादव के सिर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी. घटना के 6 दिन बाद आखिरकार पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है. हथियार के साथ चार अपराधियों को धर दबोचा गया है.

पढ़ें- Bihar News: बिहार में अपराधियों का तांडव, दारोगा के चेहरे में मारी गोली, इलाज के दौरान पटना में मौत

दारोगा हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा: मामले में जिला पुलिस कप्तान ने घटना का उद्भेदन करने के लिए चार एसआईटी टीम का गठन किया था. टीम के द्वारा 4 अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. जिला पुलिस कप्तान ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले की गंभीरता को लेकर मामला दर्ज किया गया था और इस कांड उद्भेदन को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी सदर पटोरी दलसिंहसराय एवं मुख्यालय डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया था.

"टीम ने पूरे गैंग को डिटेक्ट किया. बताया गया कि नालंदा जिले के करायपरशुराय थाना अंतर्गत झाड़ापुर गांव भवानी बीघा और शान बीघा के आसपास तीन-चार गांव हैं, जहां अपराधी संगठन में काम करते हैं. शुरुआती दौर में पुलिस को एक दो अपराधियों के बारे में जानकारी मिली थी. मोहनपुर ओपी थाना अध्यक्ष इसमें स्वयं कार्य कर रहे थे और उनके द्वारा कुछ चोरों का पता लगाया गया था."- विनय तिवारी, एसपी, समस्तीपुर

4 अपराधी हथियार के साथ गिरफ्तार: एसपी ने बताया कि सबसे पहले अपराधियों को चिह्नित करने का कार्य किया गया. पता चला कि चार-पांच गांव हैं, जहां यह लोग लगातार मवेशी चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. 35 लोगों के गिरोह में कुल 10 कुख्यात अपराधी थे, जिनको चिह्नित कर एसआईटी टीम के द्वारा छापेमारी की गयी, जिसमें 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया.

अपराधी ऐसे देते थे घटना को अंजाम: जिला पुलिस कप्तान विनय तिवारी ने आगे बताया कि इस गिरोह के सदस्य अपने साथ एक ट्रक, दो पिकअप, दो स्कॉर्पियो और कुछ बोलेरो रखते हैं. यह 30-32 लोग अलग-अलग क्षेत्र में बैठ जाते हैं, जहां इनको घटना करनी है वहां के भौगोलिक स्थिति को समझते हैं. कहां भैंसों की अधिकता है, कहां से आसानी से चोरी कर सकते हैं, उस जगह को चिह्नित करते हैं और फिर चोरी करते हैं.

इन इलाकों में मचाया तांडव: पूछताछ के क्रम में यह स्पष्ट हुआ कि 6 महीने में इन लोगों ने जहानाबाद गया मोतिहारी सीतामढ़ी में भैंस की चोरी की घटना को अंजाम दिया है. घटना करने वाली जगह पर यह लोग करीब 8:00 बजे पहुंच जाते हैं. ट्रक को कहीं रेत एवं मिट्टी के तल पर खड़ा करते हैं और चोरी की गई सारी भैंसों को ट्रक पर चढ़ाकर भेज देते हैं और खुद अन्य वाहनों से निकलते हैं.

सुरक्षित भागने की भी रहती थी तैयारी: इस गैंग के चार लोग हथियार लेकर जाते हैं. उन लोगों का कार्य होता है कि यदि पब्लिक जग गई तो पूरी गैंग को हवाई फायरिंग कर सुरक्षित एस्कॉर्ट करके निकालना. गिरफ्तार किए गए अपराधियों में रोहित कुमार थाना हिल्सा जिला नालंदा, धनंजय कुमार चिकसौरा जिला नालंदा, परशुराय नालंदा, रवि कुमार खुसरूपुर जिला नालंदा शामिल हैं. इनके पास से कांड में उपयोग किए गए एक देसी कट्टा, 6 मोबाइल, घटना में उपयोग किए गए एक ट्रक को बरामद किया गया है.

गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ करने के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है. जिला पुलिस कप्तान ने मोहनपुर ओपी थाना अध्यक्ष स्वर्गीय नंदकिशोर यादव की गोली मारे जाने वाली जगह शाहबाजपुर में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर पूरे मामले का खुलासा किया.

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