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सरकारी योजनाओं से वंचित लोगों ने किया मजबूरी से समझौता, ना बनी सड़क ना मिला पक्का मकान

प्रखंड कार्यालय से 5 किलोमीटर दूरी पर दिनमनपुर उत्तरी पंचायत के वार्ड 4 और 5 अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. यहां के लोगों को सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.

टूटी-फूटी पगडंडी
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Published : Jul 3, 2019, 3:10 PM IST

समस्तीपुरः सरकार की तरफ से विकास को लेकर लाख दावे किए जाएं, लेकिन जिले के खानपुर प्रखंड की हालत बेहद खराब है. प्रखंड के दिनमनपुर उत्तरी पंचायत का वार्ड 4 और 5 सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं से अछूता है. केंद्र व राज्य सरकार के जरिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. पूरे प्रदेश में भले ही सड़कों का जाल बिछ गया हो. लेकिन इस वार्ड के लोग आज भी टूटी-फूटी पगडंडी बने रास्तों पर गुजरने को मजबूर हैं. इसे लेकर ग्रामीणों में सरकार और अधिकारियों के प्रति खासा आक्रोश है.

किसी को नहीं मिला पक्का मकान

खानपुर प्रखंड कार्यालय से 5 किलोमीटर दूरी पर दिनमनपुर उत्तरी पंचायत के वार्ड 4 और 5 अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. पंचायत चुनाव के बाद दिनमनपुर उत्तरी पंचायत के भानपुर वार्ड 4 और 5 के ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा नहीं मिली है. जिससे ग्रामीण खासे नाराज दिख रहे हैं. जबकि इस दोनों वार्ड की आबादी लगभग बारह सौ है. बता दें कि 2016 में इस वार्ड में अगलगी की घटना हुई थी. उस समय दर्जनों घर जलकर स्वाहा हो गए थे. तत्काल इन लोगों को 8000 रुपये और प्लास्टिक देकर मरहम लगा दिया गया. लेकिन इन्हें एक भवन आज तक नसीब नहीं हुआ.

village
बदहाल गांव

गांव में नहीं पहुंची नल-जल योजना

यहां के लोग आज भी फूस की बनी झोपड़ी में जीवन बिताने को मजबूर हैं. वार्ड में एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में जाने के लिए पगडंडी ही इनका सहारा है. पीने के पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. नलजल योजना भी इसने कोसों दूर है. मवेशी के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं है. जो भी पोखर है वह सूखा पड़ा है. यहां के ग्रामीणों का बताना है कि पंचायत चुनाव में वोट नहीं दिए जाने के कारण नाराज मुखिया इस वार्ड में किसी भी तरह का मूलभूत सुविधा देने से कतरा रहे हैं. राशन की बात की जाए तो कुछ लोगों को ही राशन मिल रहा है. अन्य योजनाओं का लाभ भी यहां के ग्रामीणों को नसीब नहीं है.

bijli board  in hut
झोपड़ी में लगा बिजली का मिटर

लोगों ने किया मजबूरी से समझौता

वहीं, वार्ड सदस्य भुवनी देवी ने लगातार अपने वार्ड की समस्या को लेकर प्रखंड से लेकर जिला के अधिकारियों तक गुहार लगाई. लेकिन कोरे आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. थक हार कर इन्होंने भी मजबूरी से समझौता कर लिया. विकास के नाम पर इस वार्ड में सिर्फ बिजली लगा दी गई. लेकिन हैरत की बात यह है कि बिजली का मीटर टूटी-फूटी झोपड़ी में ही टांग दिया गया है. थोड़ा स्पार्क होने पर यह सभी फूस की झोपड़ी जलकर स्वाहा हो सकती है.

स्पेशल रिपोर्ट

दोषियों पर होगी कार्रवाई- डीएम

वहीं, इस मामले पर जिलाधिकारी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है. उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को इसकी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा. जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी लोग होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.

समस्तीपुरः सरकार की तरफ से विकास को लेकर लाख दावे किए जाएं, लेकिन जिले के खानपुर प्रखंड की हालत बेहद खराब है. प्रखंड के दिनमनपुर उत्तरी पंचायत का वार्ड 4 और 5 सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं से अछूता है. केंद्र व राज्य सरकार के जरिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. पूरे प्रदेश में भले ही सड़कों का जाल बिछ गया हो. लेकिन इस वार्ड के लोग आज भी टूटी-फूटी पगडंडी बने रास्तों पर गुजरने को मजबूर हैं. इसे लेकर ग्रामीणों में सरकार और अधिकारियों के प्रति खासा आक्रोश है.

किसी को नहीं मिला पक्का मकान

खानपुर प्रखंड कार्यालय से 5 किलोमीटर दूरी पर दिनमनपुर उत्तरी पंचायत के वार्ड 4 और 5 अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. पंचायत चुनाव के बाद दिनमनपुर उत्तरी पंचायत के भानपुर वार्ड 4 और 5 के ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा नहीं मिली है. जिससे ग्रामीण खासे नाराज दिख रहे हैं. जबकि इस दोनों वार्ड की आबादी लगभग बारह सौ है. बता दें कि 2016 में इस वार्ड में अगलगी की घटना हुई थी. उस समय दर्जनों घर जलकर स्वाहा हो गए थे. तत्काल इन लोगों को 8000 रुपये और प्लास्टिक देकर मरहम लगा दिया गया. लेकिन इन्हें एक भवन आज तक नसीब नहीं हुआ.

village
बदहाल गांव

गांव में नहीं पहुंची नल-जल योजना

यहां के लोग आज भी फूस की बनी झोपड़ी में जीवन बिताने को मजबूर हैं. वार्ड में एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में जाने के लिए पगडंडी ही इनका सहारा है. पीने के पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. नलजल योजना भी इसने कोसों दूर है. मवेशी के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं है. जो भी पोखर है वह सूखा पड़ा है. यहां के ग्रामीणों का बताना है कि पंचायत चुनाव में वोट नहीं दिए जाने के कारण नाराज मुखिया इस वार्ड में किसी भी तरह का मूलभूत सुविधा देने से कतरा रहे हैं. राशन की बात की जाए तो कुछ लोगों को ही राशन मिल रहा है. अन्य योजनाओं का लाभ भी यहां के ग्रामीणों को नसीब नहीं है.

bijli board  in hut
झोपड़ी में लगा बिजली का मिटर

लोगों ने किया मजबूरी से समझौता

वहीं, वार्ड सदस्य भुवनी देवी ने लगातार अपने वार्ड की समस्या को लेकर प्रखंड से लेकर जिला के अधिकारियों तक गुहार लगाई. लेकिन कोरे आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. थक हार कर इन्होंने भी मजबूरी से समझौता कर लिया. विकास के नाम पर इस वार्ड में सिर्फ बिजली लगा दी गई. लेकिन हैरत की बात यह है कि बिजली का मीटर टूटी-फूटी झोपड़ी में ही टांग दिया गया है. थोड़ा स्पार्क होने पर यह सभी फूस की झोपड़ी जलकर स्वाहा हो सकती है.

स्पेशल रिपोर्ट

दोषियों पर होगी कार्रवाई- डीएम

वहीं, इस मामले पर जिलाधिकारी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है. उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को इसकी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा. जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी लोग होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:एक्ससीलुसिव रिपोर्ट समस्तीपुर विकास के लाख दावे किए जाएं, मगर जिले के खानपुर प्रखंड का दिनमनपुर उतरी पंचायत के वार्ड 4 और 5 सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं से अछूता है। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है ।भले ही पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल से बिछ गया हो। मगर वार्ड के लोग आज भी टूटी-फूटी पगडंडी बने रास्तों पर गुजरने को मजबूर हैं। जिससे ग्रामीणों में सरकार और अधिकारियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है।


Body:खानपुर प्रखंड कार्यालय से 5 किलोमीटर दूरी पर दिनमनपुर उतरी पंचायत के वार्ड 4 और 5 अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है।पंचायत चुनाव के बाद दिनमनपुर उतरी पंचायत के भानपुर वार्ड 4 और 5 के ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा नहीं मिली है। जिससे ग्रामीणों खासे नाराज दिख रहे है ।जबकि इस दोनों वार्ड की आबादी लगभग बढ़ सौ है। बता दें 2016 में इस वार्ड में अगलगी की घटना हुई थी ।उस समय दर्जनों घर जलकर स्वाहा हो गया। तत्काल इन लोगों को 8000 और प्लास्टिक देकर मरहम लगा दिया गया ।लेकिन इन्हें एक भवन आज तक नसीब नहीं हुआ ।और ये लोग फूस के बने झोपड़ी में जीवन बिताने को मजबूर हैं ।वार्ड में एक दूसरे मोहल्ले में जाने के लिए पगडंडी ही इनका सहारा है ।पीने के पानी के लिए कोई व्यवस्था नही है।नलजल योजना भी इसने कोसो दूर है । मवेशी के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं है ।जो भी पोखर है वह सूखा पड़ा है ।यहां के ग्रामीणों का बताना है कि पंचायत चुनाव में वोट नहीं दिए जाने के कारण नाराज मुखिया इस वार्ड में किसी भी तरह का मूलभूत सुविधा देने से कतरा रहे हैं ।राशन की बात की जाए तो कुछ लोगों को ही राशन मिल रहा है ।अन्य योजनाओं का लाभ भी यहां के ग्रामीणों को नसीब नहीं हो रहा है ।वहीं वार्ड सदस्य भुवनी देवी लगातार अपने वार्ड की समस्या को लेकर प्रखंड से लेकर जिला के अधिकारियों तक गुहार किया लेकिन कोरे आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। थक हार कर यह भी मजबूरी से समझौता कर ली ।विकास के नाम पर इस वार्ड में सिर्फ बिजली लगा दिया गया है। लेकिन हैरत की बात यह है कि बिजली का मीटर टूटी फूटी झोपड़ी में ही टांग दिया गया है। थोड़ा स्पार्क होने पर यह सभी फूस की झोपड़ी जलकर स्वाहा हो सकता है।


Conclusion:वहीं इस मामले पर जिलाधिकारी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है। और उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को इसकी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी लोग देंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। बाईट: अनिता देवी ग्रामीण बाईट: भुवनी देवी वार्ड सदस्य बाईट: चंद्रशेखर सिंह जिलाधिकारी पीटूसी
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