समस्तीपुरः जिले में लगातार नीलगाय का कहर जारी है. जिससे किसानों को अपनी फसल बचाना काफी मुश्किल हो रहा है. नीलगाय से किसानों की फसलें लगातार बर्बाद हो रही है. जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीर दिख रही है. वहीं विभाग के पास भी किसानों की फसलों को नीलगाय से बचाने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं है.
फसलों को बर्बाद कर रहे नीलगाय
कमोबेश जिले के सभी ब्लॉकों में नीलगाय किसानों पर कहर बरपा रहे हैं. नीलगायों का झुंड खेत में लहलहाती फसलों को कभी दिन में तो कभी रात में रौंद दे रहे हैं. किसान अपनी मेहनत की खेती बचाने के लिए लिए सिस्टम से गुहार भी लगा रहे हैं. लेकिन, नीलगायों से निपटने का कोई इंतजाम सरकारी महकमा भी नहीं कर पा रहा है. वहीं किसान अपने स्तर से भी जुटे हैं, कई जगहों पर किसान सामुहिक तौर पर खेतों में पहरा से रहे हैं और कहीं बांस-बल्ली और रंगीन कपड़े बांध नीलगाय से फसलों को बचाने में जुटे हैं.
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"नीलगाय के कारण खेती करना अब बहुत ही मुश्किल हो गया है. हमारी तमाम कोशिशों के बावजूद कभी भी नीलगायों का झुंड खेतों में आकर फसल बर्बाद कर देता है. यही हाल रहा तो हम खेती नहीं कर पाएंगे." -जयराम महतो, किसान
"नीलगाय से जुड़ी समस्या को लेकर राज्य स्तर से कई गाइड लाइन जारी की गयी हैं. पीड़ित ग्रामीण इसके लिए बीडीओ और सीओ के पास आवेदन करें. उनके आवेदन पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी." -सुधीर कुमार सिन्हा, डीएफओ