समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिला न्यायालय (Samastipur District Court) में शनिवार के दिन राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इस लोक अदालत का विधिवत जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायिक पदाधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया. मौके पर सभी न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता एवं पक्ष-विपक्ष मौजूद रहे. राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से छोटे मामलो का निपटारा कराया जाएगा. जिसमें बैंक के चूक कर्ता, ऋणी बिजली विभाग माप तोल, इंश्योरेंस, टेलीफोन विभाग सहित अन्य वादों का आज निपटारा किया जाएगा.
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सभी विभागों के अलग काउंटर: इसको लेकर सभी बैंक और विभागों का अलग-अलग काउंटर बनाया गया है. जहां पक्ष एवं विपक्ष के मामले की सुनवाई करते हुए निपटारा करने का प्रयास किया जाएगा. जिला एवं सत्र न्यायाधीश बटेश्वर नाथ पांडे ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत एक ऐसा मंच है जहां कोई हारता और जीतता नहीं है. दोनों पक्ष की जीत होती है. न्यायालय में एक पक्ष की हार होती है लेकिन राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिए दोनों पक्षों की जीत होती है. राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा वादों का निपटारा हो सके, इसको लेकर सभी सेक्टर के पदाधिकारियों को सामंजस्य बैठाकर ज्यादा से ज्यादा वादों का निपटारा करने को लेकर अपील की गई है.
"राष्ट्रीय लोक अदालत एक ऐसा मंच है जहां कोई हारता और जीतता नहीं है. दोनों पक्ष की जीत होती है. न्यायालय में एक पक्ष की हार होती है लेकिन राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिए दोनों पक्षों की जीत होती है. राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा वादों का निपटारा हो सके, इसको लेकर सभी सेक्टर के पदाधिकारियों को सामंजस्य बैठाकर ज्यादा से ज्यादा वादों का निपटारा करने को लेकर अपील की गई है."-बटेश्वर नाथ पांडे, सत्र न्यायाधीश
दोनों पक्षों की बातों का रखा जाएगा खयाल: कार्यक्रम के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ सभी न्यायिक पदाधिकारी वरिय समाहर्ता, सदर डीएसपी के साथ न्यायालय के सभी अधिवक्ता, विकार पक्ष एवं विपक्ष मौके पर मौजूद रहे. जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सभी पक्ष-विपक्ष और सभी सेक्टर के पदाधिकारियों को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर न्यायालय के सभी कार्यालय खोलने का आदेश दिया गया है. जब तक मामले का निपटारा ना हो जाए उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा वादों का निपटारा हो जाना चाहिए, चाहे जो भी समय लगे. पक्ष एवं विपक्ष की बातों को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा मामलों का निपटारा करने का प्रयास किया जाएगा.