समस्तीपुर: जिले में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है. यहां भी 8 से 10 बच्चे रोजाना इलाज के लिए भर्ती हो रहे हैं. तीन से चार बच्चों की हालत गंभीर है. इनके बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच और मुजफ्फरपुर रेफर किया जा रहा है.
सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसको लेकर स्वास्थ्य महकमा सतर्क और सजग हो गया है. डॉक्टर नागमणि के मुताबिक सदर अस्पताल में एक एईएस वार्ड का निर्माण कराकर उसमें जरूरी दवा उपलब्ध करा दी गई हैं. साथ ही एक मरीज पर दो-दो नर्स लगाईं गयी हैं. वहीं, डॉक्टरों की टीम भी नियुक्त कर दी गयी हैं.
एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं
एंबुलेंस की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां से जाने वाले पीड़ित बच्चों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं, जिले में अब तक 10 बच्चे की मौत होने की सूचना है. इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. अस्पताल में डॉक्टर जी जान से 24 घंटे बच्चों के इलाज में लगे हैं