समस्तीपुर: 'सांसें हो रही हैं कम, इसलिए पेड़ लगाए हम' इस कथन को जीवन का मूल मंत्र मानकर जिले के राजेश कुमार सुमन प्रकृति सेवा में लगे हैं. समस्तीपुर के रोसड़ा प्रखंड स्थित ढरहा गांव निवासी राजेश कुमार सुमन को आज पूरा देश पौधा गुरू या 'ट्री मैन' के नाम से जानता है. वह पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ गरीबों को मुफ्त में शिक्षा देना, 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे कई सामाजिक मुद्दों की लड़ाई लड़ रहे हैं.
राजेश कुमार सुमन उर्फ ट्री मैन आज के युवाओं के लिए मिसाल हैं. प्रकृति और समाज के प्रति उनकी सेवा, सम्मान और प्रेम काबिल-ए-तारीफ है. पूरा समस्तीपुर इन्हें पौधा वाले गुरुदेव के नाम से पुकारता है. कारण यह है कि इन्होंने अपनी एक ग्रीन पाठशाला खोल रखी है. जहां वे गरीबों के जीवन में शिक्षा की लौ जला रहे हैं.
नौकरी छोड़ शुरू की अनोखी मुहिम
समाज और पर्यावरण के लिए कुछ अलग करने की राजेश की सोच के कारण उन्होंने विदेश मंत्रालय में अच्छी खासी नौकरी छोड़ दी. आखिरकार सबकुछ छोड़ इस युवा ने अपने क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण को लेकर मुहिम शुरू की. शादी-ब्याह हो या कोई बर्थ-डे या अन्य आयोजन सभी में राजेश उपहार के नाम पर पौधा देते हैं.
फीस के नाम पर लगवाते हैं 18 पौधा
वैसे इस बदलाव में यह अकेले जरूर चले थे. लेकिन, आज इनके साथ एक बड़ा कारवां है. पर्यावरण की रक्षा को लेकर पेड़-पौधे लगाने के साथ-साथ यह एक ग्रीन पाठशाला भी चलाते हैं. जहां यह गरीब बच्चों को विभिन्न कॉम्पिटिशन परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं. खास बात यह है कि इस पाठशाला में पढ़ने वाले को गुरु दक्षिणा के नाम पर पैसे नहीं बल्कि 18 पेड़ लगाने होते हैं. मालूम हो कि इस ट्री मैन के कामों को सूबे के डिप्टी सीएम समेत अन्य कई संस्थाओं ने सम्मानित किया है.
क्लब बना फैला रहे संदेश
इन्होंने जिले में एक बीएसएस नाम का क्लब बनाया है. जो कोई सोसायटी या एनजीओ के नाम पर रजिस्टर्ड नहीं है. यह सिर्फ एक ग्रुप है. जहां इनके जैसे ही विचार वाले अधिक से अधिक लोग जुड़े हैं.