समस्तीपुर: समस्तीपुर लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है. एनडीए ने उपचुनाव में रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज को बतौर प्रत्याशी चुनावी रण में उतारने का फैसला लिया है. प्रिंस राज पासवान परिवार के सबसे युवा नेता हैं.
ईटीवी भारत संवाददाता ने प्रिंस राज से खास बातचीत की. उन्होंने प्रिंस से उनके निजी व्यक्तित्व और स्वभाव के बारे में सवाल-जवाब किया. समस्तीपुर सुरक्षित सीट के एनडीए उम्मीदवार ने बताया कि वह अपने पिता रामचंद्र पासवान के व्यक्तित्व से खासे प्रभावित हैं. वह बड़े होकर उन्हीं की तरह बनना चाहते हैं.
'पिता से हूं प्रभावित'
प्रिंस राज बताते हैं कि पिता रामचंद्र पासवान को देखकर वह राजनीति में आना चाहते थे. सांसद होने के कारण रामचंद्र पासवान प्रिंस राज को ज्यादा समय नहीं दे पाते थे, जिस कारण जनसंपर्क के दौरान प्रिंस अपने पिता के साथ रहते थे. उसी दौरान उन्होंने राजनीति सीखने की कोशिश की.
'पिता के बचे कार्यों को पूरा करना पहली प्राथमिकता'
समस्तीपुर को लेकर प्लानिंग पूछने पर प्रिंस राज कहते हैं कि जनता ने उनके पिता को बहुत प्यार दिया. इस साल वह मैदान में उतरे हैं. अगर वह जीतते हैं तो दिवगंत सांसद रामचंद्र पासवान के बचे कार्यों को पूरा करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. वह अपने पिता के सपनों को पूरा करना चाहते हैं.
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आजकल के बच्चों से अलग था प्रिंस का बचपन
प्रिंस राज बताते हैं कि उनका बचपन आजकल के बच्चों की तरह नहीं बीता. उन्हें मोबाइल, कंप्यूटर में कोई दिलचस्पी नहीं थी. वह आउटडोर खेल खेलते थे. प्रिंस ने एमबीए की पढ़ाई की, जिस कारण वह लंबे समय तक विदेश में रहे. हालांकि, बातचीत के दौरान प्रिंस अपने बचपन को याद करके काफी खुश दिखे. उन्होंने बताया कि बचपन में वो काफी शरारती किस्म के थे.