बिहार विधानसभा चुनाव 2020: बिहार के समस्तीपुर जिले की हसनपुर विधानसभा सीट से आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव चुनावी ताल ठोक रहे हैं. इसके चलते ये सीट वीआईपी सीट में शुमार हो गई है. तेज प्रताप यादव महुआ से निवर्तमान विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हैं.
सियासी समीकरणों को देखते हुए आरजेडी ने तेज प्रताप को उनकी सीटिंग सीट से टिकट ना देकर हसनपुर की जनता का दिल जीतने चुनावी मैदान में उतारा. खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में आने वाले हसनपुर पर वर्तमान में जेडीयू का कब्जा है. पिछले चुनाव 2015 में आरजेडी और जेडीयू दोनों एक साथ थे. लिहाजा, इस सीट पर जेडीयू प्रत्याशी राज कुमार राय चुनावी मैदान में उतरे और उन्होंने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की, वहीं, दूसरे नंबर पर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी रही. जेडीयू ने एक बार फिर राजकुमार राय पर भरोसा जताते हुए इस सीट पर उन्हें उम्मीदवार बनाया है.
इस बार दल बदलें हैं, तो आंकड़े भी बदलेंगे. शायद यही वजह है कि यहां वोटिंग के बाद आने वाला परिणाम जानने में लोग ज्यादा उत्सुक दिखाई दे रहे हैं. वैसे हसनपुर निर्वाचन क्षेत्र यादव बाहुल क्षेत्र है.
इस सीट पर अब तक कुल 13 चुनाव हुए हैं. इनमें तीन बार JDU, दो-दो बार RJD, जनता दल और संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने जीत दर्ज की है, जबकि एक-एक बार कांग्रेस, जनता पार्टी, जनता पार्टी (सेक्युलर) और सोशलिस्ट पार्टी ने जीत का परचम लहराया है. इस सीट पर बीजेपी का अकाउंट क्लोज है.
- हसनपुर विधानसभा क्षेत्र की आबादी 2011 जनगणना 2011 के मुताबिक, 4 लाख 32 हजार 865 है.
- इस आबादी में SC-17.55 % और ST- 0.01% हैं.
- 2019 मतदाता सूची के अनुसार यहां कुल वोटर- 2.77 लाख हैं.
- जिनमें पुरुष वोटरों की संख्या-1.46 लाख जबकि महिला वोटर-1.31 लाख हैं.
इस बार चुनाव में हसनपुर विधानसभा सीट से कुल 8 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. एनडीए से जेडीयू, महागठबंधन से आरजेडी के अलावा एलजेपी और जाप के उम्मीदवार यहां से जीत के लिए हुंकार भर रहे हैं. देखना होगा जनता किसे अपना उम्मीदवार बनाती है.