समस्तीपुरः बिहार में शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने के लिए अपर मुख्य सचिव केके पाठक पूरा जोर लगाए हैं. लगातार स्कूलों का दौरा कर रहे हैं. उम्मीद है केके पाठक समस्तीपुर के इस स्कूल का भी दौरा करेंगे, जिसे स्कूल कम और तालाब ज्यादा कहा जा सकता है, क्योंकि बारिश के समय स्कूल के चारो ओर पानी जमा रहता है. मामला जिले के रोसड़ा स्थित राजकीय मध्य विद्यालय एरौत का है.
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लंबे समय से यही समस्याः रोसड़ा का राजकीय मध्य विद्यालय एरौत का परिसर तालाब बन गया है. स्कूल के चारो ओर बारिश का पानी जमा है. स्कूल का छप्पर क्षतिग्रस्त है, जिससे क्लास रूम में बारिश का पानी आता, जिससे छात्र-छात्राओं को बैठने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसा नहीं है कि इस स्कूल के हालात के बारे में स्थानीय प्रशासन को जानकारी नहीं है, लेकिन इस समस्या को लेकर कोई समाधान नहीं किया जा रहा है.
स्कूल को शिफ्ट करने का आश्वासनः स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि कई बार अधिकारी को इस समस्या को लेकर आवेदन दिया गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. बारिश के समय छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्रधानाध्यापक ने बताया कि हाल ही में बीईओ को आवेदन दिया गया है. बीईओ की ओर से स्कूल को दूसरी जगह शिफ्ट करने का आश्वासन दिया गया है.
"कई बार अधिकारी को आवेदन दिया गया, लेकिन समाधान नहीं हुआ. इस बार भी बारिश में परेशानी हो रही है. बीईओ की ओर से आश्वसन दिया गया है कि बहुत जल्द ही स्कूल को शिफ्ट किया जाएगा. संभवतः इसका निर्देश जल्द ही जारी हो जाएगा." -नारायण झा, प्रभारी प्रधानाध्यापक
स्कूल में 610 छात्र-छात्राओं का नामांकनः प्रधानाध्यपक के मुताबिक इस स्कूल में 610 छात्र-छात्राओं का नामांकन है. 8 कमरे वाले स्कूल में मात्र 4 कमरे का छत पक्की है. बाकी 4 कमरे में छप्पर हैं, जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है, जिस होकर बारिश का पानी आता है. इसी तरह की व्यवस्था में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई होती है. स्कूल परिसर में जमा गंदा पानी के कारण बच्चों के बीमार पड़ने की संभावना रहती है.