समस्तीपुर: जिले के कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र में बागमती के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए छह पंचायतों में भारी तबाही की आशंका जताई गई है. जिले में नामापुर गांव को जोड़ने वाली सड़क शांति नदी को पार कर गांव की ओर जाती है. बागमती के बढ़ते जलस्तर के कारण शांति नदी का पानी सड़क के ऊपर से बहने लगा है, जिसके कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं.
सड़क के ऊपर पानी
बागमती में बढ़ते जलस्तर के कारण जिला मुख्यालय से सड़क का संपर्क भी टूट चुका है. गांव में बीमार का इलाज हो आवश्यक सेवाएं एक मात्र साधन नाव ही रह गया है. गांव के पूर्व पैक्स अध्यक्ष मुकुल कुमार मणि ने बताया है कि पंचायत वासियों को बाढ़ की विभीषिका से लड़ने का भय सता रहा है. वहीं दूसरी ओर विषैले सांप जो पहले नदी किनारे अवस्थित जंगलों में रहा करते थे, अब घरों में आ गए हैं. इसके कारण सर्प दंश की आशंका भी लोगों में बनी हुई है.
समस्तीपुर में लोगों को सता रहा बाढ़ का कहर, घरों में हुए कैद
समस्तीपुर जिले में अब कोरोना वायरस के खतरे के साथ बाढ़ का भी खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ के कारण बागमती नदी की बढ़ते जलस्तर को देख लोगों के अंदर दशहत पैदा हो गया है. इसको लेकर पंचायतों के स्थलों का चयन और साथ ही अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है.
समस्तीपुर: जिले के कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र में बागमती के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए छह पंचायतों में भारी तबाही की आशंका जताई गई है. जिले में नामापुर गांव को जोड़ने वाली सड़क शांति नदी को पार कर गांव की ओर जाती है. बागमती के बढ़ते जलस्तर के कारण शांति नदी का पानी सड़क के ऊपर से बहने लगा है, जिसके कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं.
सड़क के ऊपर पानी
बागमती में बढ़ते जलस्तर के कारण जिला मुख्यालय से सड़क का संपर्क भी टूट चुका है. गांव में बीमार का इलाज हो आवश्यक सेवाएं एक मात्र साधन नाव ही रह गया है. गांव के पूर्व पैक्स अध्यक्ष मुकुल कुमार मणि ने बताया है कि पंचायत वासियों को बाढ़ की विभीषिका से लड़ने का भय सता रहा है. वहीं दूसरी ओर विषैले सांप जो पहले नदी किनारे अवस्थित जंगलों में रहा करते थे, अब घरों में आ गए हैं. इसके कारण सर्प दंश की आशंका भी लोगों में बनी हुई है.