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समस्तीपुर में कृषि ऋण माफी को लेकर किसानों ने दिया धरना

पशुपालक संघ के संस्थापक निरंजन कुमार ठाकुर ने कहा कि एक देश में दो नीति क्यों, दूसरे राज्यों के किसानों का केसीसी ऋण माफ हुआ है, लेकिन बिहार के किसानों के साथ ये सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है.

कृषि ऋण माफी को लेकर किसानों ने किया धरना
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Published : Sep 25, 2019, 11:03 AM IST

समस्तीपुर: जिले में किसानों ने ऋण माफी को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इसके साथ ही किसानों ने सरकार से ऋण माफी की अपील भी की है. खानपुर के किसानों ने कहा कि ऋण माफ करिए नहीं तो हम लोग तैयार हैं हमे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए. किसानों का आरोप है कि उन्हें उनकी मेहनत का उचित दाम नहीं मिलता है.

किसी भी हद तक जाने को तैयार किसान
पशुपालक संघ के संस्थापक निरंजन कुमार ठाकुर ने कहा कि एक देश में दो नीति क्यों, दूसरे राज्यों के किसानों का केसीसी ऋण माफ हुआ है, लेकिन बिहार के किसानों के साथ ये सौतेला व्यवहार आखिर क्यों किया जा रहा है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर बैंक किसानों पर ऋण जाम कराने का दबाव बनाती है तो पशुपालक संघ किसी भी हद तक जा सकता है.

कृषि ऋण माफी को लेकर किसानों ने दिया धरना

सीबीआई जांच की मांग
बता दें कि खानपुर में मनरेगा कार्यालय में तैनात भ्रष्ट अधिकारी का मामला वायरल हुआ था. किसानों ने घूसखोर पदाधिकारी के मामले में उसकी सम्पति की सीबीआई जांच की मांग की है. किसानों का कहना है कि उच्च कार्यक्रम पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे और पदाधिकारी को उच्च न्यायालय तक ले जाएंगे.

samastipur
धरना में शामिल किसान

अधिकारी नहीं ले रहे सुध
किसान संघ समिति के संयोजक भूपेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि आजादी के 72 साल बाद भी किसानों को सम्मान नहीं मिला है. किसान गाय, भैंस का गोबर उठाने वाले, अनाज ऊपजाने वाले सिर्फ यही इनकी पहचान बनकर रह गयी है. किसानों का आरोप है कि उत्पादित की गई फसलों का उचित दाम उन्हे नहीं मिल रहा है. नेता किसान के बल पर विदेश घूम रहे हैं. नेताओं के पास किसानों की समस्या के बारे में सोचने का समय नहीं है.

समस्तीपुर: जिले में किसानों ने ऋण माफी को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इसके साथ ही किसानों ने सरकार से ऋण माफी की अपील भी की है. खानपुर के किसानों ने कहा कि ऋण माफ करिए नहीं तो हम लोग तैयार हैं हमे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए. किसानों का आरोप है कि उन्हें उनकी मेहनत का उचित दाम नहीं मिलता है.

किसी भी हद तक जाने को तैयार किसान
पशुपालक संघ के संस्थापक निरंजन कुमार ठाकुर ने कहा कि एक देश में दो नीति क्यों, दूसरे राज्यों के किसानों का केसीसी ऋण माफ हुआ है, लेकिन बिहार के किसानों के साथ ये सौतेला व्यवहार आखिर क्यों किया जा रहा है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर बैंक किसानों पर ऋण जाम कराने का दबाव बनाती है तो पशुपालक संघ किसी भी हद तक जा सकता है.

कृषि ऋण माफी को लेकर किसानों ने दिया धरना

सीबीआई जांच की मांग
बता दें कि खानपुर में मनरेगा कार्यालय में तैनात भ्रष्ट अधिकारी का मामला वायरल हुआ था. किसानों ने घूसखोर पदाधिकारी के मामले में उसकी सम्पति की सीबीआई जांच की मांग की है. किसानों का कहना है कि उच्च कार्यक्रम पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे और पदाधिकारी को उच्च न्यायालय तक ले जाएंगे.

samastipur
धरना में शामिल किसान

अधिकारी नहीं ले रहे सुध
किसान संघ समिति के संयोजक भूपेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि आजादी के 72 साल बाद भी किसानों को सम्मान नहीं मिला है. किसान गाय, भैंस का गोबर उठाने वाले, अनाज ऊपजाने वाले सिर्फ यही इनकी पहचान बनकर रह गयी है. किसानों का आरोप है कि उत्पादित की गई फसलों का उचित दाम उन्हे नहीं मिल रहा है. नेता किसान के बल पर विदेश घूम रहे हैं. नेताओं के पास किसानों की समस्या के बारे में सोचने का समय नहीं है.

Intro: दूसरे राज्य में किसानों का केसीसी ऋण माफ हुई तो बिहार में सौतेलापंन ब्यबहार क्यों।

घूसखोर कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा वसूली मामले में सीबीआई से जाँच हो।

समस्तीपुर खानपुर कृषि ऋण माफ करो नही तो हम लोग तैयार है गिरफ्तार कर जेल भेजो। एक देश में दो नीति क्यों जब दूसरे राज्य के किसानों का केसीसी ऋण माफ हुई तो बिहार के किसानों को क्यो नही।उक्त बातें पशुपालक संघ के संस्थापक बैजनाथ चौधरी ने कहा।उन्हों ने धारणा के माध्यम से आवाहन किया एक भी किसान ऋण जमा नहीं करने का आवाहन किया ,उन्हों ने साफ शब्दों में कहा अगर बैंक किसानों पर ऋण जाम कराने का दबाव बनाती है तो पशुपालक संघ किसी भी हद पार कर सकती है।Body:उन्हों ने कहा खानपुर में मनरेगा कार्यालय में तैनात भृष्ट कार्यक्रम का मामला ऑडियो वाईरल में घूसखोर कार्यक्रम पदाधिकारी मामले एवं उसकी सम्पति की जाँच सीबीआई से की जाय।नहो तो पशुपाक संघ उच्च कार्यक्रम पदाधिकारी के खिलाफ उच्च न्यायालय तक पहुँचाने का चेताबनी दी।Conclusion:उन्हों ने साफ शब्दों में कहा संयोजक समिति के संयोजक भूपेन्द्र प्रसाद यादव ने आजादी के 72 वर्ष बाद भी गाय भैस का गोबर उठाने बाले, बच्चा को दुग्ध पिलाने बाले ,चावल,गेहूँ, मक्का,आलू,दाल उपजाने बाले किसान को कोई पहचान नही।किसान द्वारा उत्पादन की गयी खाद्यान्नों का दाम नही मिल रहा है। सफेद कुर्ता बाले किसान के बल पर हेलीकप्टर से विदेश घूम रहे है। किसान की समस्या पर चिंतन करने के समय नही है।
बाईट :कृष्णदेब सिंह सयोंजक
बाईट : लालदेव राय
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