समस्तीपुर: वैश्विक महामारी कोरोना (Corona Virus) के खात्मे को लेकर टीका (Vaccination) ही एकमात्र उपाय है. बहरहाल, वैक्सिनेशन को लेकर युद्ध स्तर पर प्रयास चल रहा है. वहीं, कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के इस जंग में सबसे आगे खड़े हेल्थ वर्करों (Health Workers) में वैक्सिनेशन को लेकर लापरवाही साफ दिख रही है.
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वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत धीमी
दरअसल, टीकाकरण को लेकर विभागीय आंकड़ों के अनुसार, यहां करीब 3180 हेल्थ वर्करों ने अभी तक कोरोना का दूसरा डोज नहीं लिया है. टीकाकरण शुरू होने के करीब पांच माह बीतने को है.
वहीं हेल्थ वर्करों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो यहां 19732 हेल्थ वर्करों ने पहले डोज को लेकर रजिस्ट्रेशन करवाया था. इसमें 18293 हेल्थ वर्करों ने ही पहला डोज लिया है. वहीं, 28 दिनों बाद सिर्फ 15123 लाभुकों ने ही दूसरा डोज लिया है.
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डॉक्टर्स में जागरुकता की कमी
वैक्सीनेशन को लेकर डॉक्टरों में जागरुकता नजर नहीं आई. वैक्सिनेशन में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे स्वास्थ्यकर्मियों को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय एक डाटा तैयार करने में जुटा है. 16 जनवरी से शुरू टीकाकरण अभियान में यहां 4 लाख 25 हजार 479 लोगों को कोविड का टीका लगा है.
- 19732 हेल्थ वर्करों ने कराया रजिस्ट्रेशन
- 18293 हेल्थ वर्करों ने ही लिया पहला डोज
- 28 दिनों बाद सिर्फ 15123 लाभुकों ने ही लिया दूसरा डोज
- डॉक्टर हेल्थकेयर वर्कर वैक्सीनेशन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं