समस्तीपुरः जिले के सरायरंजन में बनने वाला श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज का निर्माण सवालों के घेरे में है. इसके निर्माण के लिए 2022 का डेडलाइन दिया गया था. लेकिन यहां रफ्तार से काम हो रहा है. विपक्ष कॉन्ट्रैक्टर के काम में लापरवाही के पीछे चुनावी चंदे का खेल बता रहा है. वहीं निर्माण एजेंसी कोरोना को निर्माण में देर होने का कारण बता रही है.
नीतीश कुमार ने किया था शिलान्यास
जिले के सरायरंजन ब्लॉक के नारघोघी में 591.77 लाख की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज के निर्माण की गति काफी धीमी है. 6 नवंबर 2019 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था. अस्पताल के निर्माण का डेडलाइन 2022 तय किया गया था. सात मंजिला इस अस्पताल के मुख्य भवन के साथ यहां पारा मेडिकल भवन, नर्सेस ट्रेनिंग सेंटर, 500 बेड का बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल, 100 बेड का नर्सेस हॉस्टल, करीब 150 यूनिट विभिन्न टाइप के आवास, 100 बेड का धर्मशाला आदि का निर्माण होने वाला है.
'कोरोना की वजह से निर्माण में हो रही देर'
अस्पताल के शिलान्यास को एक साल बीत चुका है. लेकिन अभी महज मुख्य बिल्डिंग के एक फ्लोर की ही ढलाई हो पाई है. मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर रही एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से कुछ महीने काम पूरी तरह प्रभावित हो गया था जिससे थोड़ी देरी हो रही है.
"अस्पताल बनाने के लिए जो अवधी दी गई है उसके अनुरूप काम चल रहा है. कोरोना की वजह से थोड़ी देर हुई है, लेकिन हम अब तेजी से काम पूरा कर रहे हैं. हॉस्पीटल बिल्डिंग का काम पहले पूरा किया जा रहा है".- शशांक मिश्रा , प्रोजेक्ट मैनेजर , अस्पताल निर्माण एजेंसी
श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज के निर्माण में हो रही लेटलतीफी पर आरजेडी के प्रदेश महासचिव ने कहा कि निर्माण में लगे कॉन्ट्रैक्टर का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. उन्होंने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक विजय चौधरी के चुनावी चंदे के नाम पर मोटी रकम कॉन्ट्रैक्टर से लेने की बात कही.
"सरकार की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है. निर्माण में लगे कॉन्ट्रैक्टर के उपर कई चार्जेस लगे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया है कि विजय कुमार चौधरी ने चुनाव के समय कॉन्ट्रैक्टर से मोटे रुपये लिए हैं. सारे रुपये चुनाव के समय खत्म हो गए तो अब अस्पताल का निर्माण कैसे होगा. इसिलिए अस्पताल बनने में देरी हो रही है."- प्रेम प्रकाश शर्मा, प्रदेश महासचिव, आरजेडी
बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल
गौरतलब है कि 500 बेड का निर्माणाधीन यह हॉस्पीटल बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल होगा. श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज शिलान्यास के पहले से विवादों में रहा है. अब इसके निर्माण में हो रही देरी की वजह से कई सवाल उठने लगे हैं. अब देखना होगा कि समय पर अस्पताल का निर्माण पूरा हो पाता है या नहीं.