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समस्तीपुरः दूसरे चरण के चुनावी जंग में शामिल 73 उम्मीदवारों में से 30 पर आपराधिक मामले

राजनीति से आपराधिक छवि वाले नेताओं को दूर रखने की चुनाव आयोग की कोशिशें एक बार फिर नाकाम हो गई. जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव में लगभग सभी दलों ने दागियों को टिकट देने में कोई कसर नही छोड़ा है. अब अखिरी फैसला जनता के हाथ में हैं.

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Published : Oct 26, 2020, 1:41 PM IST

समस्तीपुरः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में जिले की पांच सीटों पर चुनाव होंगे. इस चुनावी जंग में विभिन्न दलों के 73 उम्मीदवारों में से 30 के ऊपर आपराधिक मामला दर्ज हैं. लगभग सभी दलों ने दागियों को टिकट दिया है.

सभी दलों ने दिए दागियों को टिकट
लोकतंत्र के महापर्व को लेकर जंहा तमाम सियासी दल अपने बड़े-बड़े वादों के जरिये मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं. वहीं, इस चुनावी जंग में शामिल लगभग सभी दलों ने दिल खोलकर दागियों को टिकट बांटा है. दरअसल दूसरे चरण में जिले के पांच विधानसभा सीटों को लेकर 73 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. जिला निर्वाचन विभाग सूत्रों के अनुसार प्रत्याशियों के शपथ पत्र में दी गयी जानकारी के अनुसार इसमें से 30 के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

नामांकन की जांच करते चुनाव कर्मचारी
नामांकन की जांच करते चुनाव कर्मचारी

आंकड़ों में उम्मीदवारों पर दर्ज मामले
वहीं, इन मामलों से जुड़े आंकड़ों पर गौर करें तो रोसड़ा सुरक्षित सीट पर 12 प्रत्याशियों में 3 पर आपराधिक मामले जंहा दर्ज हैं. वहीं, हसनपुर में 8 उम्मीदवारों में 5 पर, उजियारपुर में 20 उम्मीदवारों में 4 पर, मोहद्दीनगर में 19 में से 9 पर व विभूतिपुर सीट पर 14 उम्मीदवारों में 9 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः विधानसभा चुनाव: पहले चरण में दांव पर है पूर्व CM सहित इन 8 मंत्रियों की साख

'वोट के समय जनता को विचार करने की जरूरत'
वैसे इन मामलों की फेहरिस्त में सत्तापक्ष हो या फिर विपक्ष या अन्य निर्दलीय सभी जगह हाल एक जैसा ही है. वैसे लोकतंत्र के महापर्व में ऐसे उम्मीदवारों को लेकर पक्ष और विपक्ष के नेता खुद को पाक साफ बता रहे हैं. हालांकि उनका यह भी मानना है कि जनता मालिक है. उन्हें भी वोटिंग के दौरान विचार करने की जरूरत है.

गौरतलब है कि चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार ऐसे प्रत्याशियों को अपना पूरा बॉयोडाटा तीन बार सार्वजनिक करने का निर्देश है. जिससे जब मतदाता अपने लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के नाम पर मुहर लगाने जाये तो उनसे जुड़ी सभी जानकारी से वे अवगत रहे.

समस्तीपुरः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में जिले की पांच सीटों पर चुनाव होंगे. इस चुनावी जंग में विभिन्न दलों के 73 उम्मीदवारों में से 30 के ऊपर आपराधिक मामला दर्ज हैं. लगभग सभी दलों ने दागियों को टिकट दिया है.

सभी दलों ने दिए दागियों को टिकट
लोकतंत्र के महापर्व को लेकर जंहा तमाम सियासी दल अपने बड़े-बड़े वादों के जरिये मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं. वहीं, इस चुनावी जंग में शामिल लगभग सभी दलों ने दिल खोलकर दागियों को टिकट बांटा है. दरअसल दूसरे चरण में जिले के पांच विधानसभा सीटों को लेकर 73 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. जिला निर्वाचन विभाग सूत्रों के अनुसार प्रत्याशियों के शपथ पत्र में दी गयी जानकारी के अनुसार इसमें से 30 के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

नामांकन की जांच करते चुनाव कर्मचारी
नामांकन की जांच करते चुनाव कर्मचारी

आंकड़ों में उम्मीदवारों पर दर्ज मामले
वहीं, इन मामलों से जुड़े आंकड़ों पर गौर करें तो रोसड़ा सुरक्षित सीट पर 12 प्रत्याशियों में 3 पर आपराधिक मामले जंहा दर्ज हैं. वहीं, हसनपुर में 8 उम्मीदवारों में 5 पर, उजियारपुर में 20 उम्मीदवारों में 4 पर, मोहद्दीनगर में 19 में से 9 पर व विभूतिपुर सीट पर 14 उम्मीदवारों में 9 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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'वोट के समय जनता को विचार करने की जरूरत'
वैसे इन मामलों की फेहरिस्त में सत्तापक्ष हो या फिर विपक्ष या अन्य निर्दलीय सभी जगह हाल एक जैसा ही है. वैसे लोकतंत्र के महापर्व में ऐसे उम्मीदवारों को लेकर पक्ष और विपक्ष के नेता खुद को पाक साफ बता रहे हैं. हालांकि उनका यह भी मानना है कि जनता मालिक है. उन्हें भी वोटिंग के दौरान विचार करने की जरूरत है.

गौरतलब है कि चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार ऐसे प्रत्याशियों को अपना पूरा बॉयोडाटा तीन बार सार्वजनिक करने का निर्देश है. जिससे जब मतदाता अपने लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के नाम पर मुहर लगाने जाये तो उनसे जुड़ी सभी जानकारी से वे अवगत रहे.

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