समस्तीपुर: जिले में कोरोना और बाढ़ की मार ने लोगों की लाइफ स्टाइल बदल कर रख दी है. इस महामारी का असर अब त्योहारों पर भी पड़ रहा है. इस बार भाई बहनों के अटूट प्रेम का बंधन कहा जाने वाला पर्व रक्षा बंधन 3 अगस्त को कोविड-19 वायरस के खौफ के बीच मनाया जाएगा. कोरोना और बाढ़ के कारण पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बाजारों में कोई खास रौनक नहीं दिख रही है.
कोरोना के भय से बजारों में नहीं आ रहे लोग
दुकानदारों की माने तो राखी, गिफ्ट और मिठाइयों की बिक्री भी पहले की अपेक्षा कम है. देखा जाए तो राखी में अब एक दिन शेष रह गए हैं, जो लोग राखी लेने निकल भी रही हैं वे भी कोरोना के भय और प्रशासन के नियमों का पूर्णतः पालन करते हुए नजर आ रहे हैं त्योहार के मौके पर बाजार सुना पड़ा है.
कोरोना और बाढ़ के वजह से राखी की कम है मांग
जिले में रक्षाबंधन को लेकर राखी के कुछ दुकान खुली जरूर हैं, लेकिन खरीदार ही नहीं आ रहे हैं. अमूमन इस पर्व के दौरान कई सप्ताह पहले से ही बाजारों में अलग ही रौनक छाई रहती थी, लेकिन कोरोना और बाढ़ से हलकान जिले के राखी दुकानों पर एक अलग ही बिरानगी छाई है. दुकानदारों का कहना है कि इस वर्ष जिले में कोरोना और बाढ़ के वजह से राखी की मांग काफी कम है.