समस्तीपुर: सर्वविदित है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बदले सियासी समीकरण का असर बीजेपी पर क्या रहा. बता दें कि कर्पूरी की धरती पर वर्ष 2015 विधानसभा चुनाव में जिले के सभी सीटों पर भारी प्रचार-प्रसार के बाद भी बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी. वहीं इसका नतीजा यह रहा कि सभी के सभी दस सीटों पर महागठबंधन का कब्जा हो गया. वहीं विधानसभा का बिगुल एक बार फिर बिछ चुका है. इसी क्रम में बीजेपी ने सभी सीटों पर एक बार फिर से पसीना बहाना शुरू कर दिया है.
गौरतलब है कि इस बार बीजेपी नेता समस्तीपुर को लेकर आश्वस्त और काफी भरोसे में दिख रहे हैं. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर आत्मविश्वास से लबरेज जिला बीजेपी के नेता एनडीए गठबंधन सरकार के कामों का जमकर बखान कर रहे हैं. उनका मानना है की जनता ने बिहार में एनडीए सरकार के कामों पर पहले भी मुहर लगाया है, इस बार भी जिले में हमारी ही जीत होगी.
'बीजेपी अपने दम पर कुछ नहीं कर सकती'
समस्तीपुर के सियासी समीकरण की बात की जाए तो बीजेपी की तुलना में हमेशा से जदयू व राजद का पकड़ सभी सीटों पर निर्णायक रही है. वहीं वर्तमान चुनावी जंग में विपक्ष भारतीय जनता पार्टी के चुनावी तैयारियों पर चुटकी ले रहा है. राजद नेताओं ने साफ कहा कि बीजेपी का यहां कोई जनाधार नहीं है. पार्टी अपने दम पर कुछ नहीं कर सकती. वहीं अंदरखाने की बात यह है कि विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने कई प्रदेश स्तर के नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी है. साथ ही यहां के जातीय समीकरण को समझते हुए जिले के कई बीजेपी के नेताओं को प्रदेश टीम में शामिल भी किया गया है.