समस्तीपुर: जिले के लगभग सभी विधानसभा सीटों पर बागी नेताओं की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है. एनडीए हो या महागठबंधन सभी दल के नेता पैराशूट उम्मीदवारों को मैदान में उतारे हुए हैं.जिसकी वजह से बागी नेता अपनी पार्टी के खिलाफ ही चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. एनडीए गठबंधन में बीजेपी इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है.
नेताओं की नराजगी
एनडीए गठबंधन में हुए सीट बंटवारों के बाद बीजेपी की कई सीटें जेडीयू के पाले में चली गई हैं. इस बार समस्तीपुर विधानसभा सीट बीजेपी को नहीं मिली है. साथ ही उजियारपुर सीट पर पार्टी ने पैराशूट उम्मीदवार को उतारा है. इससे जिले के प्रमुख नेता रामसुमरन सिंह, मनोज गुप्ता और रंजीत निर्गुणी की नराजगी साफ दिखाई दे रही है.
'पार्टी को नहीं पड़ेगा कोई फर्क'
हसनपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के बागी नेता अर्जुन यादव जाप के टिकट से एनडीए के सामने हैं. कल्याणपुर में बागी नेता सुदेश्वर राम, रोसड़ा में वीरेंद्र पासवान अपने ही दल के खिलाफ खड़े हैं. बागियों के बढ़ते आंकड़े के बावजूद जेडीयू के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर का मानना है कि जनता साथ है तो पार्टी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
तीन चरण में होंगे बिहार चुनाव 2020
एनडीए या महागठबंधन में बागी नेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं ये बागी सियासी खेल न बिगाड़ दें. बता दें, कि इस बार बिहार में तीन चरणों में चुनाव होने वाले हैं. पहले और दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. वहीं तीसरे चरण की नामांकन प्रक्रिया जारी है.