समस्तीपुर: जिले कि कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र में बागमती नदी के आई बाढ़ से प्रखंड कि गई पंचायतों के लोग प्रभावित हो चुके है, जिस कारण बाड़ पीड़ितों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अब इन बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये पीएचइडी विभाग ने मोर्जा सम्भाल लिया है. पीएचइडी विभाग के जूनियर इंजीनियर महेश प्रसाद ने सोमवार को बताया कि विभाग के निर्देश पर कल्याणपुर में कुल 30 चापाकल और 95 शौचालय की व्यवस्था कराई गई है, जिससे बाढ़ पीड़ित लोगोंं को पेयजल व शौचालय की परेशानियों से जूझना नहीं पड़ेगा.
प्रखंड की 22 पंचायतें है बाढ़ से प्रभावित
दरअसल, कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र में बागमती नदी में आई बाढ़ के कारण प्रखंड की 22 पंचायतें प्रभावित हो चुकी हैं, जिसमें कलोजर, नामापुर, सैदपुर, मालीनगर, सोरमार, चकमेहसी, बेलसंडी, तीरा, खरसंडपूर्वी, खरसंडपश्चिमी, बरहेत सहित आदि पंचायत शामिल है, इन सभी पंचायतों के लगभग 2 लाख से भी ज्यादा लोग बाढ़ की समस्या से जूझ रहे है.
बाढ़े के कारण साफ पानी और शौचालय की हो रही थी दिक्कत
बाढ़ के कारण हजारों लोग विस्थापित होकर बागमती नदी के तटबंध और समस्तीपुर-दरभंगा मुख्य सड़क किनारे तंबू लगाए रात गुजारने को विवश है. क्षेत्र में बाढ़ आने के बाद से यहां के लोगों की सबसे बड़ी समस्या पेयजल और शौचालय की थी. दरअसल, क्षेत्र में आई बाढ़ के कारण क्षेत्र के सभी चापाकल पानी में डूब गये है, जिस कारण बाढ़ पीड़ितों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा था. इसके अलावा बाढ़ पीड़ितों को शौचालय की भी समस्या से भी जूझना पड़ रहा था.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगाये गये 30 चापाकल व 95 शौचालय
बता दें कि बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए अंचलाधिकारी के द्वारा तटबंध पर कर्मी की नियुक्ति की गई थी, जिससे बाढ़ पीड़ितों को कोई भी समस्या ना हो सके, हालांकि तटबंध पर प्रतिनियुक्त कर्मियों के द्वारा बाढ़ पीड़ितो की समस्या से अवगत होते हुए विभाग को रिपोर्ट भी गई है, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी के निर्देशानुसार लोक स्वास्थ्य प्रमंडल समस्तीपुर के कार्यपालक अभियंता ने कल्याणपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 30 चापाकल व 95 शौचालयों का निर्माण कराया गया है. जिसके चलते बाढ़ पीड़ितों को पेयजल व शौचालय की परेशानियों से अब जूझना नहीं पड़ेगा.