सहरसा : बिहार के सहरसा सदर अस्पताल में बिजली गुल होने जैसी लापरवाही सामने आई है. हद तो तब हो गई, जब आईसीयू में भी बिजली कटी रही. इस दौरान जेनरेटर या किसी अन्य तरह के किसी भी वैकल्पिक व्यवस्था का इंतजाम नहीं दिखा. किसी भी अस्पताल में आईसीयू को जीवनदायिनी वार्ड माना जाता है. यहां लोगों को गंभीर हालत में भर्ती करवाया जाता है. ऐसे में रात के वक्त आधे घंटे के लिए आईसीयू भी अंधेरे में डूबा रहा.
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पावर कट से आईसीयू के मरीज परेशान : मरीजों के परिजन का कहना है कि यह घोर लापरवाही है. आईसीयू में कई तरह के लाइफ सपोर्टिंग मशीन चलते रहते हैं. ऐसे में आधे घंटे तक आईसीयू की बिजली कट जाना बड़ी लापरवाही की गिनती में आएगा. यहां का यह हाल तब है जब इसे माॅडल सदर अस्पताल का दर्जा मिला हुआ है. लाइट कट जाने के कारण मरीज का इलाज सही से होने काफी परेशानी हुई और मरीजों को तकलीफ झेलनी पड़ी.
"मेरा मरीज आईसीयू में भर्ती है. उसकी कलाई में परेशानी है. लाइट कट जाने के कारण उसको मोबाइल की रोशनी में लेकर बैठे रहे". -गजेंद्र साव, मरीज के परिजन
ज्यादा लोड के कारण कट गई थी लाइट : इतने-इतने देर तक इतने बड़े अस्पताल में लाइट कट जाना और पावर सप्लाई की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. अस्पताल में कार्यरत ए ग्रेड नर्श शाहरुख ने बताया कि ने बताया कि "एमसीवी में लोड ज्यादा या कम हो जाने की वजह से लाइट कट गई थी. इसलिए थोड़ी परेशानी हुई. थोड़ी देर में ही फिर से लाइट बहाल हो गई".