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बाल मजदूरी के लिए ले जाए जा रहे 12 बच्चों को पुलिस ने किया बरामद, 1 बिचौलिया गिरफ्तार - police recovered chilld labours in simri bakhtiyarpur

सिमरी बख्तियारपुर में मुक्त कराए गए बाल मजदूरों ने कहा कि घर परिवार की खातिर उन्हें कमाने के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है. इस वक्त भी वे कमाने के लिए पंजाब ही जा रहे थे. तभी पुलिस ने पकड़ लिया.

सिमरी बख्तियारपुर में मुक्त कराए गए बाल मजदूर
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Published : Sep 8, 2019, 8:39 PM IST

Updated : Sep 8, 2019, 9:34 PM IST

सहरसा: जिले के सिमरी बख्तियारपुर में पुलिस ने बाल मजदूरों की एक बड़ी खेप बरामद की. इन मजदूरों को बिचौलियों के हाथों यूपी के मुरादाबाद और पंजाब के अम्बाला, लुधियाना ले जाने की तैयारी चल रही थी. गुप्त सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष ने एक दर्जन बच्चों के साथ ही बिचौलिए को गिरफ्तार किया. सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन के जरिए बाल गृह भेजने की तैयारी की गई.

  • छपराः हर मकान में लगेगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, जल संरक्षण और पर्यवारण को लेकर प्रशासन सजग @PMOIndia @narendramodi https://t.co/EZMZKzO3WU

    — ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) September 8, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
घर परिवार की खातिर जाते हैं कमाने
मुक्त कराए गए बच्चों ने कहा कि घर परिवार की खातिर उन्हें कमाने के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है. इस वक्त भी वे कमाने के लिए पंजाब ही जा रहे थे. तभी पुलिस ने पकड़ लिया.
सिमरी बख्तियारपुर में मुक्त कराए गए बाल मजदूर
मुक्त कराए गए बारह बच्चे
पूरे मामले में श्रम अधीक्षक मो. अनीसुर्रहमान ने कहा कि गुप्त सुचना के आधार पर सिमरी बख्तियारपुर थाना के थानाध्यक्ष ने कार्रवाई की. बिचौलिओं के हाथों से बारह बच्चों को मुक्त कराया गया है जिन्हें चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है

सहरसा: जिले के सिमरी बख्तियारपुर में पुलिस ने बाल मजदूरों की एक बड़ी खेप बरामद की. इन मजदूरों को बिचौलियों के हाथों यूपी के मुरादाबाद और पंजाब के अम्बाला, लुधियाना ले जाने की तैयारी चल रही थी. गुप्त सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष ने एक दर्जन बच्चों के साथ ही बिचौलिए को गिरफ्तार किया. सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन के जरिए बाल गृह भेजने की तैयारी की गई.

  • छपराः हर मकान में लगेगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, जल संरक्षण और पर्यवारण को लेकर प्रशासन सजग @PMOIndia @narendramodi https://t.co/EZMZKzO3WU

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घर परिवार की खातिर जाते हैं कमाने
मुक्त कराए गए बच्चों ने कहा कि घर परिवार की खातिर उन्हें कमाने के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है. इस वक्त भी वे कमाने के लिए पंजाब ही जा रहे थे. तभी पुलिस ने पकड़ लिया.
सिमरी बख्तियारपुर में मुक्त कराए गए बाल मजदूर
मुक्त कराए गए बारह बच्चे
पूरे मामले में श्रम अधीक्षक मो. अनीसुर्रहमान ने कहा कि गुप्त सुचना के आधार पर सिमरी बख्तियारपुर थाना के थानाध्यक्ष ने कार्रवाई की. बिचौलिओं के हाथों से बारह बच्चों को मुक्त कराया गया है जिन्हें चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है
Intro:कोसी के इलाके में बच्चो के तस्करी में भारी इजाफा ।गरीबी व मज़बूरी का फायदा उठा रहे है बाल तस्कर। आज बाल मजदूरों की एक बड़ी खेप को बरामद करने में सिमरी बख्तियारपुर पुलिस को मिली सफलता।बाल मजदुर को दलालों के हाथों यूपी के मुरादाबाद व पंजाब के अम्बाला,और लुधियाना ले जाने की चल रही थी तैयारी ,इन बच्चों को सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन के समीप से दलाल के साथ पकड़ा। इन्हे जनसेवा ट्रेन से अन्य प्रांतों को ले जाने की थी तैयारी । गुप्त सुचना के आधार पर सिमरी बख्तियारपुर के थानाध्यक्ष ने पहुँच कर एक दर्जन बच्चे के अलावे एक दलाल को किया बरामद।सभी बच्चे सिमरी बख्तियारपुर क्षेत्र का।बाद में सभी बच्चों को श्रम अधीक्षक को सौंप दिया।जिसे चाइल्ड लाइन के माध्यम से बाल गृह भेजने की तैयारी हो रही थी।Body:कोसी का एक बड़ा इलाका जहाँ गरीबों को चार महीने सरकारी टेंट में गुजर बसर करना पड़ता है तो आठ महीने पैसे के लिए संघर्ष। इसी क्रम में गरीबी, भुखमरी से त्रस्त हो लोग देश के अलग अलग क्षेत्र मे कमाई के लिये जाते हैं। यही वजह है की एक बड़ा रैकट बच्चो की तस्करी में इस इलाके में सक्रीय है ,जिसका बड़ा प्रमाण है की आये दिन बच्चो और दलालों की लगातार हो रही बरामदगी। लेकिन अफ़सोस की बात है की इन बरामदगी के वावजूद बाल तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रहा है निश्चित रूप से भूखमरी वे गरीबी पर नियंत्रण पाने तक ये सिलसिला रुकने वाला नहीं ।आप खुद देखिये चाइल्ड लाइन में ये बच्चे है सिमरी बख्तियारपुर क्षेत्र के ,जिन्हे बाल मजदूरी कराने ले जाया जा रहा था यूपी व,पंजाब। कार्तिक,छोटु,मोनू,चंदन आदि बच्चों ने बताया पंजाब जा रहे थे कमाने के लिए ,माँ बाप गरीब है ,पेट की आग बुझाने के लिये पैसा चाहिये। पैसे के जुगाड़ में बाहर जाना ही पड़ेगा। रोता बिलखता यह बचपन बरामदगी के वावजूद एक कटघरे में जा खड़ा होता दिख रहा है ।पुलिस ने तो इन्हें एक दलदल में जाने से बचा लिया मगर इनकी जीवन की नैया इस कोसी नदी में कैसे पार लगेगी ये चिंता का विषय है ।सरकारी या गैर-सरकारी कई योजना यहाँ काम करती है तब भी इनका बचपन संवरता नहीं दिख रहा ।इस बावत बच्चे को मुक्त कराने वाले पुलिसअधिकारी ने श्रम अधीक्षक के माध्यम से चाइल्ड लाइन को सौंप दिया जहां से इसे बालगृह भेजकर वहां काउंसिलिंग के माध्यम से इसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।इस पूरे घटना क्रम के बावत श्रम अधीक्षक मो0 अनीसुर्रहमान ने कहा कि गुप्त सुचना के आधार पर सिमरी बख्तियारपुर थाना के थानाध्यक्ष ने गुप्त सूचना के आधार पर सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन के पास से दलाल के हाथों से बारह बच्चों को मुक्त कराया ।एक दलाल के अलावे 12 बच्चे को बरामद किया ।


Conclusion:बहरहाल इन बच्चो को अपने भविष्य की चिंता तो है ही साथ ही साथ अपने रास्ते को चुनने की चुनौती भी।सरकारी हुकूमत इन बचपन पर ध्यान दे दे तो इनके भविष को संभाला जा सकता है।अभी तो हम इनके सुखद भविष्य की कामना कर सकते है।
Last Updated : Sep 8, 2019, 9:34 PM IST
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