सहरसा: जिले के सदर अस्पताल में तंत्र विद्या और झाड़ फूंक से मरीजों के इलाज किया जा रहा है. इमरजेंसी वार्ड के पास महिला तांत्रिक झाड़ फूंक करती रही, लेकिन महिला तांत्रिक को कोई रोकने-टोकने वाला कोई नजर नहीं आया. अस्पताल का सुरक्षा गार्ड भी तांत्रिक के इलाज को देखता रहा. इतना ही नहीं सदर अस्पताल में नियुक्त कई कर्मी भी इस दौरान तमाशबीन बने रहे. महिला तांत्रिक के तंत्र विद्या की पूरी प्रकिया खत्म करने के बाद मरीज के परिजन भी पूरी तरह आश्वस्त नजर आए.
ये भी पढ़ें- बिहार में 24 घंटे में 9,863 कोरोना के नए मामले, जांच बढ़ी तो केस भी घटे
मरीज का झाड़ फूंक से इलाज
दरअसल, सदर थाना क्षेत्र के नरियार गांव निवासी रंजीत को शौचालय जाने के दौरान सांप ने काट लिया था. जिससे उनकी हालात गंभीर बनी हुई थी. परिजनों ने उन्हें आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज भी हो गया. लेकिन, मरीज के परिजनों को इससे संतोष नहीं मिला. जिसके बाद महिला तांत्रिक अनीता देवी को सदर अस्पताल लाया गया. जहां नीम के पत्ते से मंत्र पढ़कर महिला तांत्रिक ने सांप के जहर को हटाने की प्रक्रिया की.
ये भी पढ़ें- VIDEO: उपनयन संस्कार में फिल्मी गानों पर थिरकते रहे लोग, महिलाएं भी चला रही बंदूक
स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल
थोड़ी देर बाद उन्होंने युवक को स्वस्थ होने की बात करके वापस अस्पताल में भर्ती करा दिया. महिला तांत्रिक अनीता देवी ने बताया कि वे महिषी प्रखंड क्षेत्र के मां विषहरी मंदिर की पुजारिन है. उन्होंने कई सांप काटे मरीजों को झाड़-फूंक से स्वस्थ्य किया है. सच मायने में जिस तरह से सदर अस्पताल पहुंच तांत्रिक खुलेआम सरेआम मरीज का इलाज कर रही थी और स्वास्थ्य कर्मी तमाशबीन बने थे, ये स्वास्थ्य विभाग के लिये भी शर्मनाक है.