सहरसा : बिहार के सहरसा में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा हाल ही में नियुक्त शिक्षकों से केके पाठक मुखातिब हुए. उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों को अच्छा बिहार बनाने की जिम्मेदारी सौंपी. सभी शिक्षकों को उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि आप लोगों की ड्यूटी गांव में रहकर ही बच्चों को शहरों से ज्यादा क्वालिटी की शिक्षा देनी है. आप लोगों का बिहार के गांव के लोग इंतजार कर रहे हैं.
''अभी आपने बीपीएससी में अपनी मेधा साबित कर दी और अब सिन्सियरिटी साबित करिए. गांव में रहना है, गांव में पढ़ाना है. अगर आप गांव में नहीं रह सकते तो मैं कह रहा हूं ये नौकरी आप आज ही छोड़ दीजिए.'' - केके पाठक, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग
केके पाठक सर की क्लास में बीपीएससी शिक्षक : केके पाठक ने नव नियुक्त शिक्षकों को समझाते हुए कहा कि आप लोग बच्चों के भविष्य के निर्माता हैं. पांच साल बात जब हम दोबारा मिलें तो बच्चे ये कहते हुए मिलें कि अच्छी पढ़ाई करनी है तो सरकारी स्कूल में एडमिशन कराओ. ये तभी होगा जब आप लोग जिस तरह से मेरिट में अपनी मेधा साबित की अब आप लोगों को अध्यापन के क्षेत्र में अपनी सिन्सियरिटी साबित करनी होगी.
नव नियुक्त शिक्षकों में केके पाठक ने भरा जोश : केके पाठक के जोश भरे अल्फाजों को सुनकर नव नियुक्त शिक्षकों में जोश भर आया उन्होंने तुरंत ही जवाब देते हुए कहा कि वो लोग भी ग्रामीण परिवेश से ही आए हैं इसलिए चिंता की बात नहीं है. वो बच्चों को पढ़ाने में अपनी पूरी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. बच्चों को निखारने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे.
''अगर आप सहरसा में जा रहे हैं तो सहरसा के गांव के लोगों में बड़ा जोश है. वो आपका इंतजार कर रहे हैं कि आप लोग वहां जाएंगे और उनके बच्चों को वहां पर पढ़ाएंगे. आप उन्हें वो पढ़ाएंगे जो शहर के अंग्रेजी स्कूलों में नहीं होती उससे ज्यादा अच्छी पढा़ई पढ़ाएँगे. पांच साल में ये हो जाना चाहिए कि जो अच्छे बच्चे हैं वो ये कहने लगें कि हमें अच्छी पढ़ाई करनी है तो हमें सरकारी स्कूल में पढ़ना होगा. जनता को और सरकार को आप लोगों से बड़ी आशा है.''- केके पाठक, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग
नवनियुक्त शिक्षकों में केके पाठक का क्रेज : शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक को अपने बीच पाकर नव नियुक्त शिक्षक काफी खुश थे. केके पाठक का क्रेज इनके अंदर भी है क्योंकि जिस तरीके से केके पाठक की बदौलत परीक्षा से लेकर ज्वाइनिंग तक डेट झटपट हो गई इसके पीछे केके पाठक की अथक मेहनत का ही नतीजा था. खुद सीएम नीतीश भी पटना में नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान केके पाठक की तारीफ कर चुके हैं. बीपीएससी से चयनित शिक्षकों में केके पाठक का क्रेज सिर चढ़कर बोल रहा था.
ये भी पढ़ें-
- 'बच्चे किताब खोलकर एक लाइन पढ़ नहीं पा रहे, ये देखता हूं तो गुस्सा आता है', बेगूसराय में शिक्षकों पर भड़के KK Pathak
- सरकारी स्कूलों में सिखाया जाएगा कंप्यूटर, औरंगाबाद पहुंचे KK Pathak ने शिक्षकों से पूछा- 'आपको आता है ना'
- जानिए क्यों मंच से सीएम नीतीश ने कहा खड़े होईए केके पाठक, फिर क्या कर दी डिमांड