सहरसा: राज्य की सरकार बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लाख दावे कर ले, लेकिन सच्चाई यही है कि प्रशासन इसके लिए जरा सा भी गंभीर नहीं है. सहरसा का प्रमंडलीय सदर अस्पताल इसका एक सटीक उदारहण है. यहां आईसीयू जैसे संवेदनशील यूनिट को दवा का भंडार बना दिया गया है.
ICU बना दवा भंडार
दरअसल, यहां के सदर अस्पताल में छह बेड का इंटेंसिव केयर यूनिट यानी आईसीयू स्थित है. यह आईसीयू सभी तरह के अत्याधुनिक उपकरण से सुसज्जित है. इसके लिए पांच डॉक्टर, चार नर्स सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी नियुक्त है. लेकिन बीते साल भर से यहां किसी गंभीर रोगों का इलाज नहीं हो पाया है. शायद इसे ही देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने इसे दवा का भंडार बना डाला है.
लोगों को होगी परेशानी
इस बाबत समाज सेवी अजय सिंह ने बताया कि आईसीयू में आपातकालीन स्थिती में मरीज आते हैं. लेकिन इस आईसीयू को दवा का भंडार बना दिया गया है. इमरजेंसी की स्थिती में यहां के लोगों को बहुत परेशानी होगी.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
वहीं, सिविल सर्जन डॉ ललन सिंह ने बताया कि आईसीयू में दवा भंडार नहीं है. आईसीयू के पीछे जो बरामदा है उसे दवा भंडार के रूप में उपयोग किया जाता है. अस्पताल में थोक में जो भी दवाएं आती हैं, उसे वहां रखा जाता है.