सहरसा: बिहार के सहरसा में विदेशी युवती दुल्हन बनी. सहरसा के एक युवक ने जर्मनी की युवती से सहरसा में ही पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ मिथिला परंपरा से शादी (German girl married Saharsa boy) की. खास बात यह रही की लड़की और उसके परिवार वालों ने भी इसके लिए अपनी सहमति दे दी और यहीं आकर शादी रचाई. युवक-युवती दोनों जर्मनी में साथ पढ़ाई करते थे. वहीं से दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा. इस शादी की पूरे इलाके में काफी चर्चा हो रही है
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सहरसा में संपन्न हुई शादीः जर्मनी की युवती ने हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार सहरसा के युवक से शादी की. इस अनोखी शादी के गवाह दोनों परिवार के सदस्य और नजदीकी रिश्तेदारग बनें. युवती की मां पोलैंड की रहने वाली है. शादी में जर्मनी की लड़की की मां, बहन के अलावा एक रिश्तेदार भी मौजूद थे. शादी जिले के पटुआहा स्थित आम गाछी में सम्पन्न हुआ.
जर्मनी में पढ़ाई करता था चैतन्यः दूल्हा सहरसा के पटुआहा गांव का रहने वाला चैतन्य है. वहीं दुल्हन जर्मनी की रहने वाली है. दुल्हन का नाम मार्था है. दोनों जर्मनी में एक साथ पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे. दूल्हे के परिजन ने बताया कि चैतन्य की शुरुआती पढ़ाई सहरसा में ही हुई है. उसने शिलांग से बीटेक की और उसके बाद मास्टर करने बेल्जियम चला गया. फिर वहां से पीएचडी करने जर्मनी गया. वहीं पर उसकी मुलाकात मार्था से हुई.
मिथिला रीति-रिवाज से हुई शादीः मार्था हिंदी बोलना नहीं जानती, फिर भी मिथिला रीति रिवाज से शादी को तैयार हो गई और यहां के परंपरा के अनुसार ही शादी की. चैतन्य के परिवार वालों ने बताया कि मार्था ने कहा है कि वह दो-तीन महीने में हिंदी भी सीख जाएगी. शादी के समय दुल्हन ने वादा किया कि वह दो से तीन महीने में हिंदी सीख लेगी. युवती को अंग्रेजी, जर्मनी समेत 8 भाषाएं आती हैं.
पढ़ाई के दौरान हुई थी दोस्तीः मार्था और चैतन्य की दोस्ती पढ़ाई के दौरान हुई फिर दोनों में प्यार की पींगे बढ़ने लगी. जब दोनों ने अपने परिवार वालों को इस बारे में बताया तो दोनों के परिजन ने शादी की रजामंदी दे दी. बता दें कि मार्था पोलैंड की रहने वाली ओरलोवास्का की पुत्री है.