सहरसा: बिहार के सहरसा प्रधान डाकघर में मारपीट का मामला (Fight in Head Post Office of Saharsa) सामने आया है. डाकघर में तैनात सुरक्षा गार्ड द्वारा प्रधान डाकघर के अभिकर्ता को जब अंदर जाने से रोका गया तो उसने इस पर ऐतराज जताया. जिससे दोनों के बीच बहस और हाथापाई शुरू हो गई. बवाल इतना बढ़ गया कि वहां मौजूद लोगों को बीच बचाव में आना पड़ा.
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अभिकर्ता पूछने गया था फिक्स डिपाजिट की प्रक्रिया: प्रधान डाकघर में उस वक्त अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया है जब वहां तैनात सुरक्षा गार्ड और अभिकर्ता के बीच झड़प हो गई दोनों के बीच जमकर हाथापाई हुई. जिसके बाद लोग वहां पर इकट्ठा हो गए. बता दें कि प्रधान डाकघर के अभिकर्ता विमल गुप्ता फिक्स डिपाजिट की प्रक्रिया कहां तक पहुंची उसे देखने के लिए वहां आए हुए थे, लेकिन जैसे ही वह प्रधान डाकघर के अंदर जाते तभी वहां पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने उसे रोक दिया, फिर क्या था दोनों के बीच जमकर बहस हुई जिसके बाद वो हाथापाई पर उतारू हो गए.
"सुरक्षा गार्ड के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया और अंदर जाने से रोका गया है, मै प्रतिदिन प्रधान डाकघर में फिक्स डिपाजिट के हिसाब के साथ अन्य काम के लिए में आता हूं, ऐसे में मेरे साथ इस तरह का व्यवहार करना कहीं ना कहीं प्रधान डाकघर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है."-विमल गुप्ता,अभिकर्ता
"प्रधान डाकघर में भीड़ होने के कारण मै पहचान नहीं सका वह कौन है. सभी को एक-एक कर अंदर जाने को कहा गया जिसके बाद वह आगबबूला होकर हाथापाई पर उतारू हो गए. हमने उनके साथ कोई मारपीट नहीं की है."-संजय कुमार, सुरक्षा गार्ड
बीच बचाव में आए लोग: मामले को देखते हुए घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने सुरक्षा गार्ड और अभिकर्ता को अलग किया. वहीं दोनों पक्षों ने घटना पर अपनी ओर से सफाई दी है. प्रधान डाकघर के राष्ट्रीय बचत अभिकर्ता संघ के सचिव ने भी मामले में जल्द कार्रवाई कर सुरक्षा गार्ड को हटाने की बात कही है.
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