सहरसा: बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद ऐसी तस्वीर निकल कर सामने आई है, जिसने शराबबंदी की पोल खोल दी है. ये पोल किसी और ने नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिनके कंधों पर शराब बंदी की जिम्मेवारी सौंपी है, उन्होंने ही खोली है. दरअसल उत्पाद विभाग की टीम ने सहरसा जिले के पतरघट प्रखंड में जीविका के ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर और उनके सहयोगी कर्मी को शराब के नशे में शनिवार रात गिरफ्तार किया है.
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शराब के नशे में दो कर्मी गिरफ्तार: जिले के पतरघट बाजार में पान दुकान पर दोनों कर्मी शराब के नशे में पान खा रहे थे. इसी दौरान उत्पाद पुलिस ने उक्त दुकान पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी जिसमें दोनो शराब के नशे में पाए गए, जिसके बाद उत्पाद पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई. मामले की जानकारी उत्पाद इंस्पेक्टर संजीत कुमार ने प्रेस वार्ता कर दी.
"उत्पाद विभाग के द्वारा कुल 15 लोगों की गिरफ्तारी की गई जिसमें एक शराब कारोबारी और 14 शराब पीने के मामले में गिरफ्तार हुआ है. जिसमें दो जीविका के कर्मी की भी गिरफ्तारी की गई है. सभी पर विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है"- संजीत कुमार, उत्पाद इंस्पेक्टर
हिरासत में लिए गए कर्मी ने क्या कहा: गिरफ्तार किए गए दोनों कर्मी पतरघट प्रखंड में कार्यरत हैं, जिसमें से एक का नाम सूरज कुमार है जो जीविका में ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर है तो वहीं दूसरे का नाम कमल किशोर कुमार है जो ग्रामीण संसाधन सेवी कर्मी है. सूरज कुमार ने बताया कि पहली बार ऐसी गलती हुई है, मेरा एक दोस्त आया था उसी के साथ शराब का सेवन कर लिया अब ऐसा नहीं होगा.