सहरसा: नगर पंचायत सोनवर्षा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजाें का इलाज चौकीदार के भरोसे किया जाता है. रात में डॉक्टर मच्छरदानी लगाकर साेते हैं. इस दरम्यान जब किसी मरीज काे स्लाइन चढ़ाने या फिर सूई देने की जरूरत पड़ती है ताे इस काम काे अंजाम तक पहुंचाता है यहां तैनात चौकीदार. बता दें कि स्वास्थ मंत्री तेजस्वी अस्पतालाें की व्यवस्था सुधारने के लिए देर रात अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं. लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने के लिए अधिकारियाें काे निर्दश दे रहे हैं. कुछ दिन पहले ही उप मुख्यमंत्री ने बिहार के सभी सिविल सर्जन के साथ बैठक भी की थी.
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दवा लिखकर डॉक्टर सोने चले गयेः सोमवार की रात डायरिया की चपेट में आई नगर पंचायत सोनवर्षा स्थित हनुमान टोला की 50 वर्षीय महिला शोभिया देवी भर्ती हुई. चिकित्सक डां रंजीत मिश्रा ने दवा लिख दी. लेकिन यहां सुई व स्लाइन लगाने वाला कोई नहीं था. इस दौरान मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी. मरीजों द्वारा हो हल्ला मचाने पर पीएचसी में पदस्थापित चौकीदार मो. शाहबाज ने मरीज को स्लाइन लगाया. इस दौरान चिकित्सक मच्छरदानी के अंदर सोए रहे.
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सिर्फ दिन में उपलब्ध होता है कंपाउंडरः काफी देर बाद एएनएम पहुंची. चौकीदार शाहनवाज द्वारा लगाए गए स्लाइन व मरीज की स्थिति का जायजा लिया. पीएचसी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएचसी में सिर्फ दिन के लिए ड्रेसर सह कम्पाउंडर उपलब्ध हैं. रात में गंभीर रूप से पहुंचे पुरुष मरीजों को दवा वितरक भूपेंद्र एवं उपाध्याय तथा रात में पहुंचे महिला मरीजों को एएनएम द्वारा प्राथमिक उपचार किया जाता है. विषम परिस्थिति में एम्बुलेंस पर तैनात ईएमटी भरत द्वारा रात को भर्ती मरीजों का प्राथमिक उपचार किया जाता है.
"मामले की जानकारी मिली है. आवश्यक जांच कर उपयुक्त कार्यवाही की जाएगी"-डॉ लक्ष्मण, पीएचसी प्रभारी |