सहरसा: बिहार के सहरसा में शिक्षा व्यवस्था की लचर व्यवस्था (Bad Condition Of Education System In Bihar) की पोल खुल चुकी है. जिले के प्रमंडलीय पुस्तकालय में बच्चों को पढ़ने के लिए किताबों की उचित व्यवस्था के साथ कुछ मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है. यहां प्रमंडलीय पुस्तकालय में लाइट की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. बताया जाता है कि यहां पर पढ़ने के लिए आने वाले बच्चे खुद पैसे लगाकर पानी पीने के लिए लाते हैं तब पानी पीते हैं. दरअसल जिले का एकमात्र प्रमंडलीय पुस्तकालय जो जिला मुख्यालय के सुपर मार्केट में अवस्थित है.
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प्रमंडलीय पुस्तकालयों में घोर कमी: दरअसल, सहरसा जिले में प्रमंडलीय पुस्तकालयों में छात्रों को पढ़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जानकारी मिली है कि उस पुस्तकालय में किताब समेत मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी (Lack Of Books In Library At Sitamarhi) है. यहां पर आकर पढ़ने वाले छात्रों का कहना है कि इस पुस्तकालय में बिजली समेत कई तरह की सुविधाओं की कमी है. बिजली कट जाने के बाद पढ़ने के लिए इनवर्टर की भी व्यवस्था नहीं की गई है. इस तरह के गर्मी में भी यहां छात्र पढ़ते हैं. उसके बाद बताया कि पानी भी अपने पैसे से खरीद कर लाते हैं तब पानी पीते हैं. जबकि इस पुस्तकालय में इन सारी मूलभूत सुविधा मिलनी चाहिए.
मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी: पुस्तकालय में पढ़ने वाले शंभू कुमार का कहना है कि "पुस्तकालय (Saharsa Commissionary Library) में छात्रों का किताब उपलब्ध नहीं है. यहां पर कंपटीशन की तैयारी से संबंधित किताबों की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि बच्चों को आसानी से किताबें मिल जाए तब बच्चे आसानी से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं".
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