सहरसा: कहरा प्रखंड के दुधैला में प्रवासी श्रमिकों के एक समूह द्वारा स्थापित पेभर ब्लॉक निर्माण इकाई का जिलाधिकारी कौशल कुमार ने फीता काटकर शुभारंभ किया. इनके उपस्थिति में पेभर ब्लॉक का उत्पादन कार्य शुरू कराया गया. इसे जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना के अतंर्गत किय गया है. वहीं, उत्पादन कार्य शुरू होने से प्रवासी मजदूर उत्साहित दिखे.
प्रवासी मजदूरों का दर्द
उत्साहित प्रवासी मजदूर कुंदन ठाकुर और पंकज यादव ने बताया कि वे लोग अन्य राज्यों में काम करते थे, पर कोरोना काल में काम ठप होने से दो-तीन महीने तक जिल्लत की जिंदगी जीना पड़ा. किसी तरह घर पहुंचे तो यहां भी हालत ठीक नहीं थे. ऐसे में प्रशासन के सहयोग से एक समूह का गठन हुआ. फिर उद्योग विभाग ने 8 लाख रुपये की लागत से पेभर ब्लॉक उद्योग की स्थापना किया. प्रवासी मजदूरों ने कहा कि अपना जीवनयापन करते हुए उद्योग को आगे बढ़ाएंगे.
पेभर ब्लॉक बनेगा मैन्युफैक्चरिंग हब
इस मौके पर डीएम कौशल कुमार ने कहा कि लॉकडाउन अवधि में अन्य राज्यों से आए प्रवासी श्रमिकों में से कुछ श्रमिकों के लिए उद्योग स्थापित किया गया. यह योजना जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन के तहत हुई है. इस योजना के तहत कहरा पेभर ब्लॉक मैन्युफैक्चरिंग इकाई बनाकर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है. साथ ही व्यापार शुरू होने से पहले सरकारी पेभर ब्लॉक आपूर्ति के लिए अग्रिम भुगतान भी समूह को किए जा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि पक्की नाली-गली निश्चय योजना के अंतर्गत प्रवासी समूह को पेभर ब्लाॉक आर्पूति करने का दो ऑर्डर प्राप्त हो चुका है. आगे भी ऑर्डर मिलते रहेंगे. आशा है कि यह समूह आने वाले दिनों में पेभर ब्लॉक निर्माण के क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित करेंगे और एक हब के रूप में विकसित भी होगा.