सहरसा: बिहार से सहरसा में शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी है. कंपकपाती ठंड ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. इससे बचने के लिए चौक चौराहों पर फल विक्रेता लोग खुद अपने फल के कार्टन जलाकर ठंड से बचने कोशिश कर रहे हैं. बावजूद इसके नगर निगम द्वारा अलाव (There is no arrangement for bonfire in Saharsa) की व्यवस्था नहीं किये जाने से लोगों में नाराजगी है. वहीं जिला प्रशासन और नगर निगम लापरवाह बना हुआ है।
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ठंड और शीतलहर से राहत नहीं : फिलहाल जिला में ठंड का कहर जारी है. ऐसे में प्रशासन के द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं होना कहीं ना कहीं प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा करता है. अब कड़ाके की ठंड पड़ रही है. तो किसी भी सार्वजनिक स्थान पर अलाव की सुविधा नहीं दिख रही है. ठंड को देखते हुए सभी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाए जाने की व्यवस्था करनी चाहिए.
"मैं शिक्षक हूं और सुपौल से आ रहा हूं. पूरे कमिश्नरी में ठंड से हालत बहुत खराब हो चुकी है. खासकर सहरसा में बद से बदतर होती जा रही है. पॉकेट से हाथ निकालना मुश्किल हो रही है.यहां अलाव देखकर रूक गया. प्रशासन को चाहिए कि कोई रक्षात्मक व्यवस्था और अलाव की व्यवस्था कराये." -निशांत कुमार, शिक्षक
"सहरसा में कड़ाके की ठंड पर रही है और जिला प्रशासन और नगर की तरफ से कोई अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. कचहरी चौक और थाना चौक पर फल वाले फल का कार्टन जलाकर अलाव की व्यवस्था किये हैं. हमलोग अलाव ताप रहे हैं. नगर परिषद और जिला प्रशासन के तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. अगर दो दिन के अंदर अलाव और कम्बल की व्यवस्था जिला प्रशासन और नगर निगम नहीं करता है तो हम भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे." -वैद्यनाथ गुप्ता, यात्री
जुगाड़ टेक्नोलॉजी बना एकमात्र सहारा : आग ताप रहे लोगों ने बताया कि कार्टन में आग लगाकर जिन्दगी बचा रहे हैं. नगर निगम की ओर से किसी प्रकार की व्यवस्था ठंड से बचने के लिए नहीं की गई है. खुद के पैसे से अलाव खरीद कर जला रहे हैं. लेकिन प्रशासन को इनकी चिंता नहीं है. नगर निगम की ओर से अलावा की कोई व्यवस्था नहीं है. जुगाड़ से आग जला कर जान बचा रहे हैं.