सहरसा: बिहार के सहरसा में सीबीआई की टीम मुख्य डाकघर में साढ़े तीन करोड़ रुपये के गबन मामले की जांच(CBI investigation in Saharsa post office for scam )करने पहुंची थी. मुख्य डाकघर में सोमवार दोपहर बाद तीन बजे से ही टीम ने पूछताछ शुरू कर दी थी. हेड पोस्ट ऑफिस सुपौल में हुए लगभग साढ़े तीन करोड़ की राशि के गबन को लेकर सहरसा हेड पोस्ट आफिस जांच हो रही है. गबन को लेकर पोस्ट मास्टर जेनरल पटना सर्किल ने पूर्व में इसकी जांच के लिए सीबीआई को पत्र भेजा था. इसी के बाबत जांच के लिए सीबीआई टीम पहुंची है.
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तत्कालीन पोस्टमास्टर सहित 14 कर्मी पहले ही हो चुके हैं निलंबितः गबन के आरोप में तत्कालीन हेड पोस्ट ऑफिस सहरसा के पोस्ट मास्टर राजेश कुमार को पूर्व में ही निलंबित कर दिया गया था. वहीं इनके साथ 14 अन्य कर्मियों को भी पूर्व में निलंबित किया जा चुका है. पोस्ट ऑफिस सहरसा के तत्कालीन पोस्ट मास्टर राजेश कुमार को सरकारी राशि के गबन का मुख्य आरोपी बनाया गया है और इस गबन का मास्टरमाइंड भी विभाग ने इन्हें करार दिया है. गबन की जांच तत्कालीन पोस्ट मास्टर जनरल अदनान अहमद ने फरवरी माह में की थी. इसमें तीन करोड़ 30 लाख की सरकारी राशि के गबन का मामला उजागर हुआ था.
विभाग ने पोस्टमास्टर को बताया है मास्टरमाइंडः इस मामले को लेकर पोस्ट मास्टर जनरल ने पोस्ट ऑफिस सहरसा के पोस्ट मास्टर को मास्टमाइंड मानते हुए राजेश कुमार को निलंबित कर दिया था. साथ ही उनके सहयोग के लिए 14 अन्य कर्मियों को भी निलंबित किया गया था. मुख्य आरोपी सहरसा हेड पोस्ट आफिस के तत्कालीन पोस्टमास्टर राजेश कुमार को मुख्य आरोपी बनाया गया. जांच के दौरान सहरसा हेड पोस्ट आफिस में एक करोड़ 90 लाख और सुपौल हेड पोस्ट आफिस में एक करोड़ 30 लाख के सरकारी राशि के गबन का मामला उजागर हुआ. इस पर कार्रवाई करते तत्काल 14 अन्य कर्मियों की संलिप्तता पाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया.सीबीआई की टीम के पहुंचते ही मुख्य डाकधर में हड़कंप मंच गया. अधिकारी विभिन्न कागजातों की जांच कर रहे हैं.
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