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कोरोना के डर से मुखिया ने बिना स्क्रीनिंग के गांव में नहीं दी मजदूरों को इंट्री

अस्पताल उपाधीक्षक के एन तिवारी ने बताया कि दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से दर्जन भर से अधिक मजदूर अपने गांव पहुंचे थे. लेकिन गांव में मुखिया जी की ओर से जब इंट्री नहीं दी गई तो उन्हें सासाराम के सदर अस्पताल स्क्रीनिंग के लिए भेज दिया गया.

कोरोना का खौफ
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Published : Mar 24, 2020, 8:06 PM IST

रोहतास: पूरे देश में कोरोनावायरस फैलने के कारण लोग दहशत में जीने को मजबूर हो रहे हैं. जिसके बाद जिले में दर्जन भर से अधिक मजदूर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता से अपने गांव पहुंचे. लेकिन उनकी परेशानी यहां भी कम नहीं हुई.

रोजी-रोटी पर आई आफत
बता दें कि कोरोना वायरस से लोगों की रोजी-रोटी पर भी आफत आ गई है. ऐसे में रोहतास को भी लॉक डाउन कर दिया गया है. पूरे देश में कोरोना वायरस के दहशत से लोग प्रदेश छोड़कर अपने घर पहुंच रहे हैं. लेकिन उनकी मुसीबतें यहां भी कम होने का नाम नहीं ले रही है. कुछ ऐसा ही मंजर सासाराम के सदर अस्पताल में भी देखने को मिला. जहां दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में काम करने वाले सैकड़ों मजदूर अपने गांव पहुंचे. लेकिन गांव में उन्हें इंट्री नहीं मिली.

मजदूरों को स्क्रीनिंग के लिए अस्पताल भेजा गया
वहीं, ग्रामीण बाहर से आने वाले लोगों के कारण दहशत में जीने को मजबूर हो रहे हैं. गांव पहुंचने वाले लोगों को मुखिया जी ने गांव के अंदर बिना स्क्रीनिंग के इन मजदूरों को एंट्री नहीं करने दिया. जिसके बाद तमाम मजदूरों को स्क्रीनिंग के लिए सासाराम के सदर अस्पताल भेजा गया. इस दौरान सदर अस्पताल में भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और अपनी स्क्रीनिंग कराने लगे. इस वक्त सदर अस्पताल में भी दहशत का माहौल बना हुआ है.

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कोरोना का खौफ

जांच के बाद ही जा पाएंगे अपने गांव
अस्पताल उपाधीक्षक के एन तिवारी ने बताया कि दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से दर्जनभर से अधिक मजदूर अपने गांव पहुंचे थे. लेकिन गांव में मुखिया जी की ओर से जब इंट्री नहीं दी गई तो उन्हें सासाराम के सदर अस्पताल स्क्रीनिंग के लिए भेज दिया गया. वहीं, मजदूरों ने बताया कि उनकी स्क्रीनिंग पहले ही हो चुकी है. लेकिन सही कागजात न होने के कारण गांव में मुखिया जी कीओर से एंट्री नहीं दी गई. लिहाजा सदर अस्पताल में जांच के बाद वह अपने गांव जा पाएंगे.

रोहतास: पूरे देश में कोरोनावायरस फैलने के कारण लोग दहशत में जीने को मजबूर हो रहे हैं. जिसके बाद जिले में दर्जन भर से अधिक मजदूर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता से अपने गांव पहुंचे. लेकिन उनकी परेशानी यहां भी कम नहीं हुई.

रोजी-रोटी पर आई आफत
बता दें कि कोरोना वायरस से लोगों की रोजी-रोटी पर भी आफत आ गई है. ऐसे में रोहतास को भी लॉक डाउन कर दिया गया है. पूरे देश में कोरोना वायरस के दहशत से लोग प्रदेश छोड़कर अपने घर पहुंच रहे हैं. लेकिन उनकी मुसीबतें यहां भी कम होने का नाम नहीं ले रही है. कुछ ऐसा ही मंजर सासाराम के सदर अस्पताल में भी देखने को मिला. जहां दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में काम करने वाले सैकड़ों मजदूर अपने गांव पहुंचे. लेकिन गांव में उन्हें इंट्री नहीं मिली.

मजदूरों को स्क्रीनिंग के लिए अस्पताल भेजा गया
वहीं, ग्रामीण बाहर से आने वाले लोगों के कारण दहशत में जीने को मजबूर हो रहे हैं. गांव पहुंचने वाले लोगों को मुखिया जी ने गांव के अंदर बिना स्क्रीनिंग के इन मजदूरों को एंट्री नहीं करने दिया. जिसके बाद तमाम मजदूरों को स्क्रीनिंग के लिए सासाराम के सदर अस्पताल भेजा गया. इस दौरान सदर अस्पताल में भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और अपनी स्क्रीनिंग कराने लगे. इस वक्त सदर अस्पताल में भी दहशत का माहौल बना हुआ है.

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जांच के बाद ही जा पाएंगे अपने गांव
अस्पताल उपाधीक्षक के एन तिवारी ने बताया कि दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से दर्जनभर से अधिक मजदूर अपने गांव पहुंचे थे. लेकिन गांव में मुखिया जी की ओर से जब इंट्री नहीं दी गई तो उन्हें सासाराम के सदर अस्पताल स्क्रीनिंग के लिए भेज दिया गया. वहीं, मजदूरों ने बताया कि उनकी स्क्रीनिंग पहले ही हो चुकी है. लेकिन सही कागजात न होने के कारण गांव में मुखिया जी कीओर से एंट्री नहीं दी गई. लिहाजा सदर अस्पताल में जांच के बाद वह अपने गांव जा पाएंगे.

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