सासाराम: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार यात्रा पर (Nitish Kumar on Bihar Visit) पर निकलने वाले हैं. वे अपनी यात्रा के दौरान लोगों को शराबबंदी को लेकर जागरूक (Awareness Campaign on Prohibition of Alcohol) करेंगे. 15 दिसंबर से होने वाली उनकी इस यात्रा को लेकर रोहतास की महिलाएं काफी खुश हैं. उनका कहना है कि शराबबंदी पर महिलाएं नीतीश कुमार के साथ (Women Support to Nitish Kumar on prohibition) हैं.
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रोहतास जिले की महिलाओं ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लागू है, लेकिन इसे बेहतर तरीके से लागू करने की आवश्यकता है. इनका कहना है कि सरकार की जो मंशा है, वह स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पूरी नहीं हो पा रही है. जिस उद्देश्य से 5 साल पहले इस अभियान की शुरुआत की गई थी, उसे और मजबूत करने की आवश्यकता है.
डेहरी शहर की ख्याति प्राप्त महिला चिकित्सक डॉ. नीलम कहती हैं कि सूबे के मुखिया हमारे जिले में आ रहे हैं, उनका स्वागत है. 2016 में पूर्ण रूप से शराब बंदी का उन्होंने ऐलान किया था. पिछले दिनों समीक्षा बैठक के बाद जिस तरह से पुलिसिया एक्शन हो रहे हैं, वह काबिले तारीफ है. ऐसे में अब जरूरत है बॉर्डर इलाके में सख्ती दिखाने की.
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अधिवक्ता रीना कुमारी कहती हैं कि शराब ने कितनों का घर उजाड़ दिया है. ऐसे में नीतीश कुमार की शराबबंदी से वे काफी खुश हैं, क्योंकि आए दिन उनके पास शराब से प्रताड़ित महिलाओं के केस आते थे. शराबबंदी कानून के बाद अब यह बहुत ही नाममात्र के रह गए हैं.
वहीं, शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं का भी कहना है कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून लागू कर बिहार के हित में काम किया है. आज पूरे बिहार की महिलाएं नीतीश कुमार को इसके लिए धन्यवाद दे रही हैं. महिला शिक्षाविदों भी का कहना है कि ये सच है कि कुछ लोग अभी भी गड़बड़ी करते हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकार का प्रयास सराहनीय है.