रोहतास: चार दिनों तक चलने वाला छठ महापपर्व उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही समाप्त हो गया है. वहीं जिला मुख्यालय सासाराम में छठव्रती महिलाओं ने सूर्य भगवान को दंडवत करते छठ घाट पर पहुंच कर उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.
गौरतलब है कि आस्था का महान पर्व छठ का चौथा दिन छठव्रती महिला घाट पर पहुंच कर उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया. इस दौरान कई महिला अपनी आस्था को पूरा करते हुए छठ घाट पर दंडवत करते पहुंची. बताया जाता है कि महिलाएं अपनी मन्नतों के मुताबिक छठ पर्व के दौरान घाट पर जाने के लिए दंडवत करती हैं. जहां महिलाएं घर से जाते समय सड़क पर लेट कर भगवान भास्कर की पूजा करती हैं. ये सिलसिला घर से घाट जाते समय चलते रहता है. जहां महिलाएं अपनी मन्नतों के मुताबिक दंडवत करती छठ घाट पहुंचती हैं.
छठव्रती महिलाओं ने किया दंडवत
सासाराम में भी ऐसी ही दंडवत करती छठव्रती महिलाएं देखी गई. सासाराम शहर के लालगंज नहर पर बने छठ घाट पर जा रही महिला ने भगवान भस्कर को दंडवत किया. आस्था की ये तस्वीर कई मायने में इस पर्व को और मजबूती प्रदान करती है. वहीं महिलाएं 36 घाटों का निर्जला उपवास रख कर इस आस्था के महान पर्व को मनाती हैं.
छठ घाटों पर उमड़ी भीड़
सासाराम में प्रशासन ने लोगों से अपील की थी कि कोरोना महामारी के कारण लोग अपने घर पर ही छठ की पूजा करें. लेकिन प्रशासन के तामाम जागरुकता के बावजूद छठ घाटों पर भीड़ उमड़ पड़ी. हालांकि, उत्साह और आस्था में कोई कमी नहीं रही.