रोहतासः वैसे तो रोहतास को धान का कटोरा कहा जाता है. लेकिन अब इस धान के कटोरे में युवा ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर मॉडर्न खेती कर लाखों की कमाई कर रहे हैं. इसकी मिसाल हैं सासाराम के रहने वाले विश्वजीत कुमार, जिन्होंने मेडिकल लाइन छोड़कर फूलों की खेती को व्यवसाय के रूप में अपना लिया.
फूल खरीदने दूर-दूर से आते हैं लोग
सासाराम के कोटा के रहने वाले विश्वजीत लोगों के लिए एक मिसाल बन गए हैं. यहां दूर-दूर से लोग अपने पसंदीदा फूलों की खरीदारी करने आते हैं. विश्वजीत स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद अपने ही घर में फूलों का व्यवसाय करने लगे. इससे उनके घर की को रोजी-रोटी का मुकम्मल इंतजाम होने लगा.
नर्सरी के बारे में लिया तकनीकी ज्ञान
इसी दौरान उन्होंने उन्हें सोशल मीडिया के प्लेटफार्म यूट्यूब का सहारा लिया और नर्सरी के बारे में तकनीकी ज्ञान हासिल किया. फिर क्या था विश्वजीत कुमार ने अपने घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का कारोबार शुरू कर दिया. देखते ही देखते इतनी तरक्की हुई कि विश्वजीत कुमार आज 5 हजार से 5लाख तक का कारोबार कर रहे हैं.
अस्पताल में करते थे कंपाउंडर का काम
इस बारे में विश्वजीत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अस्पताल में कंपाउंडर का काम करने लगे. जिसके बाद कई वर्षों तक लगातार वह अस्पताल में सेवा देते रहे. इसी दौरान विश्वजीत को नर्सरी के बारे में जानकारी मिली. लिहाजा विश्वजीत ने यूट्यूब के जरिए नर्सरी का बारीकी से ज्ञान हासिल किया. उसके बाद खुद घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का बड़ा व्यवसाय स्थापित कर दिया.
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नर्सरी में लोगों को देते हैं रोजगार
विश्वजीत कुमार ने बताया कि उन्होंने इस व्यवसाय से 4 लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया है. उन्होंने बताया कि युवा वर्ग अगर इस तरह का व्यवसाय करें, तो आमदनी अच्छी की जा सकती है. क्योंकि इसमें आमदनी रोज होती है, जो काफी सुविधाजनक होती है.
युवा वर्ग को मॉडर्न खेती से होगा फायदा
बहरहाल रोहतास में जिस तरह से किसान अपनी खेती के लिए धान और गेहूं की फसल तक ही सीमित है. वहीं, विश्वजीत ने मॉडर्न खेती कर लोगों के लिए मिसाल कायम की है. अगर इसी तकनीक के सहारे युवा वर्ग मॉडर्न खेती करें तो उन्हें काफी फायदा मिलेगा.