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किसानों के लिए मिसाल बने रोहतास के विश्वजीत, नौकरी छोड़ फूल के व्यवसाय से कमा रहे लाखों - Vishwajit cultivating Flower in Rohtas

विश्वजीत ने यूट्यूब के जरिए नर्सरी का बारीकी से ज्ञान हासिल किया. उसके बाद खुद घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का बड़ा व्यवसाय स्थापित कर दिया.

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फुलों की खेती
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Published : Dec 28, 2019, 10:06 AM IST

Updated : Dec 28, 2019, 10:43 AM IST

रोहतासः वैसे तो रोहतास को धान का कटोरा कहा जाता है. लेकिन अब इस धान के कटोरे में युवा ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर मॉडर्न खेती कर लाखों की कमाई कर रहे हैं. इसकी मिसाल हैं सासाराम के रहने वाले विश्वजीत कुमार, जिन्होंने मेडिकल लाइन छोड़कर फूलों की खेती को व्यवसाय के रूप में अपना लिया.

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अपनी नर्सरी को देखते विश्वजीत कुमार

फूल खरीदने दूर-दूर से आते हैं लोग
सासाराम के कोटा के रहने वाले विश्वजीत लोगों के लिए एक मिसाल बन गए हैं. यहां दूर-दूर से लोग अपने पसंदीदा फूलों की खरीदारी करने आते हैं. विश्वजीत स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद अपने ही घर में फूलों का व्यवसाय करने लगे. इससे उनके घर की को रोजी-रोटी का मुकम्मल इंतजाम होने लगा.

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मनमोहक फूलों की नर्सरी

नर्सरी के बारे में लिया तकनीकी ज्ञान
इसी दौरान उन्होंने उन्हें सोशल मीडिया के प्लेटफार्म यूट्यूब का सहारा लिया और नर्सरी के बारे में तकनीकी ज्ञान हासिल किया. फिर क्या था विश्वजीत कुमार ने अपने घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का कारोबार शुरू कर दिया. देखते ही देखते इतनी तरक्की हुई कि विश्वजीत कुमार आज 5 हजार से 5लाख तक का कारोबार कर रहे हैं.

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नर्सरी में लगे फूल

अस्पताल में करते थे कंपाउंडर का काम
इस बारे में विश्वजीत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अस्पताल में कंपाउंडर का काम करने लगे. जिसके बाद कई वर्षों तक लगातार वह अस्पताल में सेवा देते रहे. इसी दौरान विश्वजीत को नर्सरी के बारे में जानकारी मिली. लिहाजा विश्वजीत ने यूट्यूब के जरिए नर्सरी का बारीकी से ज्ञान हासिल किया. उसके बाद खुद घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का बड़ा व्यवसाय स्थापित कर दिया.

स्पेशल रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः जल-जीवन-हरियाली यात्रा के 5वें चरण में बक्सर पहुंचे मुख्यमंत्री, 661 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास

नर्सरी में लोगों को देते हैं रोजगार
विश्वजीत कुमार ने बताया कि उन्होंने इस व्यवसाय से 4 लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया है. उन्होंने बताया कि युवा वर्ग अगर इस तरह का व्यवसाय करें, तो आमदनी अच्छी की जा सकती है. क्योंकि इसमें आमदनी रोज होती है, जो काफी सुविधाजनक होती है.

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विश्वजीत कुमार, नर्सरी संचालक

युवा वर्ग को मॉडर्न खेती से होगा फायदा
बहरहाल रोहतास में जिस तरह से किसान अपनी खेती के लिए धान और गेहूं की फसल तक ही सीमित है. वहीं, विश्वजीत ने मॉडर्न खेती कर लोगों के लिए मिसाल कायम की है. अगर इसी तकनीक के सहारे युवा वर्ग मॉडर्न खेती करें तो उन्हें काफी फायदा मिलेगा.

रोहतासः वैसे तो रोहतास को धान का कटोरा कहा जाता है. लेकिन अब इस धान के कटोरे में युवा ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर मॉडर्न खेती कर लाखों की कमाई कर रहे हैं. इसकी मिसाल हैं सासाराम के रहने वाले विश्वजीत कुमार, जिन्होंने मेडिकल लाइन छोड़कर फूलों की खेती को व्यवसाय के रूप में अपना लिया.

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अपनी नर्सरी को देखते विश्वजीत कुमार

फूल खरीदने दूर-दूर से आते हैं लोग
सासाराम के कोटा के रहने वाले विश्वजीत लोगों के लिए एक मिसाल बन गए हैं. यहां दूर-दूर से लोग अपने पसंदीदा फूलों की खरीदारी करने आते हैं. विश्वजीत स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद अपने ही घर में फूलों का व्यवसाय करने लगे. इससे उनके घर की को रोजी-रोटी का मुकम्मल इंतजाम होने लगा.

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मनमोहक फूलों की नर्सरी

नर्सरी के बारे में लिया तकनीकी ज्ञान
इसी दौरान उन्होंने उन्हें सोशल मीडिया के प्लेटफार्म यूट्यूब का सहारा लिया और नर्सरी के बारे में तकनीकी ज्ञान हासिल किया. फिर क्या था विश्वजीत कुमार ने अपने घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का कारोबार शुरू कर दिया. देखते ही देखते इतनी तरक्की हुई कि विश्वजीत कुमार आज 5 हजार से 5लाख तक का कारोबार कर रहे हैं.

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नर्सरी में लगे फूल

अस्पताल में करते थे कंपाउंडर का काम
इस बारे में विश्वजीत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अस्पताल में कंपाउंडर का काम करने लगे. जिसके बाद कई वर्षों तक लगातार वह अस्पताल में सेवा देते रहे. इसी दौरान विश्वजीत को नर्सरी के बारे में जानकारी मिली. लिहाजा विश्वजीत ने यूट्यूब के जरिए नर्सरी का बारीकी से ज्ञान हासिल किया. उसके बाद खुद घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का बड़ा व्यवसाय स्थापित कर दिया.

स्पेशल रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः जल-जीवन-हरियाली यात्रा के 5वें चरण में बक्सर पहुंचे मुख्यमंत्री, 661 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास

नर्सरी में लोगों को देते हैं रोजगार
विश्वजीत कुमार ने बताया कि उन्होंने इस व्यवसाय से 4 लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया है. उन्होंने बताया कि युवा वर्ग अगर इस तरह का व्यवसाय करें, तो आमदनी अच्छी की जा सकती है. क्योंकि इसमें आमदनी रोज होती है, जो काफी सुविधाजनक होती है.

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विश्वजीत कुमार, नर्सरी संचालक

युवा वर्ग को मॉडर्न खेती से होगा फायदा
बहरहाल रोहतास में जिस तरह से किसान अपनी खेती के लिए धान और गेहूं की फसल तक ही सीमित है. वहीं, विश्वजीत ने मॉडर्न खेती कर लोगों के लिए मिसाल कायम की है. अगर इसी तकनीक के सहारे युवा वर्ग मॉडर्न खेती करें तो उन्हें काफी फायदा मिलेगा.

Intro:रोहतास। रोहतास को वैसे तो धान का कटोरा कहा जाता है लेकिन अब इस धान के कटोरे में युवा ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर मॉडर्न खेती कर लाखों की कमाई कर रहे हैं. इसकी मिसाल बने हैं सासाराम के रहने वाले विश्वजीत कुमार।


Body:जिला मुख्यालय के सासाराम के कोटा के रहने वाले विश्वजीत लोगों के लिए एक मिसाल बन गया है। यहां दूर-दूर से लोग अपने पसंदीदा फूलों की खरीदारी करने आते हैं। विश्वजीत स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद अपने ही घर में नर्सरी जैसे व्यवसाय शुरू कर अपने घरों को रोजी-रोटी का मुकम्मल इंतजाम कर रहें हौ। वहीं स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद विश्वजीत अस्पताल में कंपाउंडर का काम करने लगे। जिसके बाद कई वर्षों तक लगातार वह अस्पताल में सेवा देते रहे। इसी दौरान विश्वजीत को नर्सरी के बारे में जानकारी मिली। लिहाज़ा विश्वजीत ने यूट्यूब के जरिए नर्सरी की बारीकी से ज्ञान हासिल किया। उसके बाद खुद घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का विशाल साम्राज्य स्थापित कर दिया।


VO:1 वहीं इस बारे में विश्वजीत नहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि वह स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कंपाउंडर का काम निजी अस्पताल में करने लगे। लेकिन वह अपने काम से पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं होपा रहे थे. इसी दौरान उन्हें नर्सरी के बारे में जानकारी मिली। जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया के प्लेटफार्म यूट्यूब का सहारा लिया और नर्सरी के बारे में तकनीकी ज्ञान हासिल किया। फिर क्या था विश्वजीत कुमार ने अपने घर में ही 1 एकड़ भूमि पर नर्सरी का कारोबार शुरू कर दिया। देखते ही देखते इतनी तरक्की हुई कि विश्वजीत कुमार आज 50000 से 500000 का कारोबार विस्तार कर दिया है। इतना ही नहीं विश्वजीत कुमार ने बताया कि वह इस व्यवसाय से तकरीबन 4 लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया है। वहीं उन्होंने बताया कि युवा वर्ग अगर इस तरह का व्यवसाय करें तो काफी आमदनी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इसमें प्रतिदिन आमदनी होती है जो काफी सुविधाजनक होती है।


Conclusion:बहरहाल धान के कटोरे में जिस तरह से किसान अपनी खेती में धान और गेहूं की फसल तक ही सीमित है। वही विश्वजीत ने मॉडर्न खेती कर लोगों के लिए मिसाल कायम किया है। अगर इसी तकनीक के सहारे युवा वर्ग मॉडर्न खेती करें तो उन्हें काफी फायदा मिलेगा।
Last Updated : Dec 28, 2019, 10:43 AM IST
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