रोहतासः न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करना एक सपने की तरह होता है. जिसे डेहरी के हर्षवर्धन ने सच कर दिखाया है. शहीद डीएसपी सत्यपाल सिंह के भतीजे हर्षवर्धन ने अपने चाचा को इससे सच्ची श्रद्धांजली दी.
परिवार में खुशी की लहर
8 दिसंबर 1998 को सहरसा जिले के बनमा ईटहरी में अपराधियों से मुठभेड़ करते समय तत्कालीन डीएसपी सत्यपाल सिंह शहीद हो गए थे. उस समय हर्षवर्धन की उम्र काफी छोटी थी. लेकिन जैसे ही हर्षवर्धन का चयन न्यायिक सेवा के लिए हुआ पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई.
चाचा को एक सच्ची श्रद्धांजलि
हर्षवर्धन की शिक्षा डेहरी के मॉडल स्कूल में हुई. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री हासिल की. हर्षवर्धन ने बताया कि उनकी सफलता उनके चाचा को एक सच्ची श्रद्धांजलि है. उन्होंने कहा कि मात्र 1 साल की तैयारी से उन्हें सफलता मिली है.
'सेल्फ स्टडी हो सबसे जरूरी'
हर्षवर्धन ने बताया कि वह हमेशा सामान्य छात्र रहे और सेल्फ स्टडी से उन्होंने यह मुकाम पाया है. हर्षवर्धन ने अपने इस सफलता का श्रेय अपने परिवार और सहपाठियों को दिया. हर्षवर्धन के पिता ने कहा कि बुजुर्गों की दुआ और भगवान का आशीर्वाद से उनके बेटे को सफलता मिली है