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भगवान भरोसे चल रहा रोहतास का ESIC अस्पताल, कर्मचारियों को हो रही परेशानी - Employees State Insurance Corporation Hospital Rohtas

सरकार सिस्टम को ठीक करने का दावा तो जरूर करती है, लेकिन जमीन पर वह दिखता नहीं है. रोहतास के कर्मचारी राज्य बीमा निगम का अस्पताल महज तीन कर्मचारियों से चल रहा है.

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ईएसआईसी अस्पताल
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Published : Jan 21, 2020, 9:55 AM IST

Updated : Jan 21, 2020, 11:30 AM IST

रोहतासः जिले के बंजारी में मौजूद कर्मचारी राज्य बीमा निगम का अस्पताल इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है. कर्मचारियों को अस्पताल से सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. अस्पताल में कर्मचारियों की भारी कमी है. इससे कामकाज में भी काफी रूकावटें आती है. ऐसे में जो कर्मचारी अपने काम के लिए यहां पर पहुंचते हैं, उन्हें मायूसी हाथ लगती है.

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खाली पड़ा अस्पताल

जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर अस्पताल
जिला मुख्यालय से तकरीबन 70 किलोमीटर दूर अकबरपुर प्रखंड के बंजारी गांव में बना कर्मचारी राज्य बीमा निगम का अस्पताल तीन कर्मचारियों से चल रहा है. कर्मचारियों की सुविधाओं के लिए बनाए गए इस ईएसआईसी अस्पताल में ना तो डॉक्टर हैं और ना ही काम करने के लिए कोई कर्मचारी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अस्पताल पहुंचने में होती है परेशानी
गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से बंजारी काफी दूर है. ऐसे में बंजारी गांव में ईएसआईसी का अस्पताल खुलने के कारण लोगों को यहां पहुंचने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके सबके बावजूद जब कर्मचारी अपनी समस्या लेकर यहां पहुंचते हैं तो उन्हें मायूसी हाथ लगती है. क्योंकि कर्मचारियों की कमी के कारण उनका काम नहीं हो पाता है.

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अस्पताल में लटका ताला

ये भी पढ़ेंः DGP का नया फरमान- अब हफ्ते में एक दिन गांव में रात गुजारेंगे थानेदार

महज 3 कर्मचारियों से चल रहा अस्पताल
इस अस्पताल में सरकार ने 17 पद उपलब्ध कराया है. लेकिन 17 पद के बदले में महज 3 पद पर ही यहां कर्मचारी काम कर रहे हैं. ऐसे में पूरा अस्पताल महज एक डॉक्टर के भरोसे ही चल रहा है. ऐसे में लोगों को समुचित सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं. वहीं, मुख्यालय से अधिक दूर होने के कारण लोगों को पहुंचने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.

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वीरान पड़ा अस्पताल

ईएसआईसी अस्पताल कर्मचारियों की भारी कमी
इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी नंद किशोर कुमार ने बताया कि अस्पताल में कर्मचारियों की भारी कमी है. इससे कामकाज में भी काफी रूकावटें आती हैं. फिर भी जितने कर्मचारी हैं उसी में इस अस्पताल को चलाया जा रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि इस राज्य बीमा निगम के अस्पताल में स्थाई प्रभारी भी नहीं है.

रोहतासः जिले के बंजारी में मौजूद कर्मचारी राज्य बीमा निगम का अस्पताल इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है. कर्मचारियों को अस्पताल से सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. अस्पताल में कर्मचारियों की भारी कमी है. इससे कामकाज में भी काफी रूकावटें आती है. ऐसे में जो कर्मचारी अपने काम के लिए यहां पर पहुंचते हैं, उन्हें मायूसी हाथ लगती है.

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खाली पड़ा अस्पताल

जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर अस्पताल
जिला मुख्यालय से तकरीबन 70 किलोमीटर दूर अकबरपुर प्रखंड के बंजारी गांव में बना कर्मचारी राज्य बीमा निगम का अस्पताल तीन कर्मचारियों से चल रहा है. कर्मचारियों की सुविधाओं के लिए बनाए गए इस ईएसआईसी अस्पताल में ना तो डॉक्टर हैं और ना ही काम करने के लिए कोई कर्मचारी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अस्पताल पहुंचने में होती है परेशानी
गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से बंजारी काफी दूर है. ऐसे में बंजारी गांव में ईएसआईसी का अस्पताल खुलने के कारण लोगों को यहां पहुंचने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके सबके बावजूद जब कर्मचारी अपनी समस्या लेकर यहां पहुंचते हैं तो उन्हें मायूसी हाथ लगती है. क्योंकि कर्मचारियों की कमी के कारण उनका काम नहीं हो पाता है.

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अस्पताल में लटका ताला

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महज 3 कर्मचारियों से चल रहा अस्पताल
इस अस्पताल में सरकार ने 17 पद उपलब्ध कराया है. लेकिन 17 पद के बदले में महज 3 पद पर ही यहां कर्मचारी काम कर रहे हैं. ऐसे में पूरा अस्पताल महज एक डॉक्टर के भरोसे ही चल रहा है. ऐसे में लोगों को समुचित सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं. वहीं, मुख्यालय से अधिक दूर होने के कारण लोगों को पहुंचने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.

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वीरान पड़ा अस्पताल

ईएसआईसी अस्पताल कर्मचारियों की भारी कमी
इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी नंद किशोर कुमार ने बताया कि अस्पताल में कर्मचारियों की भारी कमी है. इससे कामकाज में भी काफी रूकावटें आती हैं. फिर भी जितने कर्मचारी हैं उसी में इस अस्पताल को चलाया जा रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि इस राज्य बीमा निगम के अस्पताल में स्थाई प्रभारी भी नहीं है.

Intro:रोहतास। जिले के बंजारी में मौजूद कर्मचारी राज्य बीमा निगम का अस्पताल इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है। कर्मचारियों को अस्पताल से सुविधाएं नहीं मिल पा रही है।


Body:गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से तकरीबन 70 किलोमीटर दूर अकबरपुर प्रखंड के बंजारी गांव में बना कर्मचारी राज्य बीमा निगम का अस्पताल इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है। कर्मचारियों की सुविधाओं के लिए बनाए गए इस ईएसआईसी अस्पताल में ना तो डॉक्टर है और ना ही काम करने के लिए कोई कर्मचारी है। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से बंजारी काफी दूर है। ऐसे में बंजारी गांव में ईएसआईसी का अस्पताल खुलने के कारण लोगों को यहां पहुंचने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन इन सबके बावजूद जब कर्मचारी अपनी फरियाद को लेकर यहां पहुंचते हैं तो उन्हें मायूसी हाथ लगती है। क्योंकि इस अस्पताल में 17 पद सरकार ने उपलब्ध कराया है। लेकिन 17 पद के बदले में महज 3 पद पर ही यहां कर्मचारी काम कर रहे हैं। ऐसे में पूरा अस्पताल महज एक डॉक्टर के भरोसे ही चल रहा है। ऐसे में लोगों को समुचित सुविधाएं नहीं मिल पाती है। वही मुख्यालय से अधिक दूर होने के कारण लोगों को पहुंचने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

VO:1 इस बारे में अस्पताल के प्रभारी नंद किशोर कुमार ने बताया कि अस्पताल में कर्मचारियों की भारी कमी है। इससे कामकाज में भी काफी रूकावटें आती है। ऐसे में जो कर्मचारी अपने काम के लिए यहां पर पहुंचते हैं उन्हें मायूसी ज्यादातर हाथ लगती है। लेकिन फिर भी जितने कर्मचारी हैं उसी में इस अस्पताल को चलाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 17 पदों में महज 3 पद पर ही कर्मचारी काम कर रहे हैं कई डॉक्टर के पद भी खाली है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि खुद इस राज्य बीमा निगम के अस्पताल में स्थाई प्रभारी भी नहीं है।

बाइट। नंद किशोर कुमार प्रभारी


Conclusion:बहरहाल सरकार एक तरफ जहां सिस्टम को ठीक करने का दावा करती है तो वहीं इस तस्वीर से साफ होता है कि सरकार कर्मचारियों के हित को लेकर कितना सजग है। ऐसे में सरकार पर सवाल खड़ा होना लाजमी है।
Last Updated : Jan 21, 2020, 11:30 AM IST

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