रोहतास: राजनीति इन दिनों विरासत का खेल बनकर रह गया है. ज्यादतर दल और उसके नेता अपनी विरासत को लेकर हमेशा से चिंतित रहे हैं. खासकर बिहार में नेताओं की अगली पीढ़ी ज्यादतर उनके बच्चे ही हैं. बात चाहे तेजस्वी यादव की हो या फिर चिराग पासवान की. लेकिन अब इसी कड़ी में एक नया चेहरा इन दिनों सुर्खियों में है. वह जिले के काराकट से जेडीयू सांसद महाबली सिंह के बेटे अक्षय कुमार हैं.
दरअसल, अक्षय कुमार इन दिनों अपने पिता के साथ देखे जा रहे हैं. वो उनके साथ मंच भी शेयर कर रहे हैं. इतना ही नहीं, आम कार्यकर्ताओं से मिलजुल भी रहे हैं. ऐसे में राजनीति गलियारों में कयास लगने शुरू हो गए हैं कि आने वाले विधानसभा चुनाव में अक्षय अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं. काराकाट से दो बार सांसद रह चुके महाबली सिंह चैनपुर से कई बार विधायक भी रह चुके हैं. ऐसे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में ऐसा संभव हो सकता है कि वह अपने बेटे के लिए भी जमीन तलाश रहे हो.
राजनीति में दिख सकते हैं अक्षय कुमार
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि अगले विधानसभा चुनाव में अक्षय कुमार कराकाट से विधानसभा प्रत्याशी भी हो सकते हैं और इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है. यही कारण है कि पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में अक्षय कुमार को देखा जा रहा है. इस संबंध में जब ईटीवी भारत ने सांसद महाबली सिंह से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि राजनीति एक समाज सेवा है. अगर अक्षय की इच्छा राजनीति में आगे बढ़ने की होगी तो उन्हें कोई परहेज नहीं है.
अगले विस चुनाव में दिखेगा नया चेहरा!
बहरहाल, इतना तो तय है कि रोहतास, कैमूर की राजनीति में जल्द ही एक नया युवा चेहरा सामने आने को तैयार है. लेकिन इलाके का इतिहास गवाह है कि पूर्व प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की पुत्री मीरा कुमार के अलावा कोई और नेता के बेटे या बेटियां राजनीति के शिखर तक नहीं पहुंच पाए हैं. देखना दिलचस्प होगा कि राजनीति में अक्षय किस मुकाम पर पहुंच पाते हैं.