रोहतास: नए साल के मौके पर लोग अपने-अपने परिवार के साथ घूमने निकल रहे हैं. ऐसे में पुरातात्विक विभाग ने सासाराम के ऐतिहासिक शेरशाह सूरी का मकबरा तीन दिनों के लिए बंद (Tomb Closed For 3 Days in Rohtas) रखा गया है. ताकि परिसर में पर्यटकों की भीड़ इकट्ठा नहीं हो सके. ऐसे में बिहार का ताजमहल कहे जाने वाले शेरशाह सुरी के मकबरा को देखने आने वाले पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. खासकर छोटे-छोटे बच्चे काफी निराश हो रहे हैं.
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दरअसल, कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को लेकर राज्य सरकार ने ज्यादातर पर्यटन स्थलों को नये साल पर बंद रखने का आदेश दे रखा है. इसी कारण 31 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी तक मकबरा परिसर में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं, जो दूर-दूर से मकबरा का दीदार करने नए साल पर पहुंच गए हैं. उन लोगों को निराशा हाथ लगी है.
वहीं कई फुटपाथी दुकानदारों ने तो सुबह-सुबह अपनी दुकानें भी सजा ली थी. लेकिन जब उन लोगों को जानकारी हुई कि मकबरा पर्यटकों के लिए फिलहाल बंद कर दिया गया है, तो वे लोग भी मायूस हो गए. भोजपुर के आरा से आए एक परिवार ने बताया कि पिछले कई महीनों से मकबरा में नए साल का जश्न मनाने की तैयारी थी, जिसे लेकर बच्चों के साथ जब वे लोग यहां पहुंचे तो उन्हें मायूसी हाथ लगी.
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शेरशाह सूरी के मकबरा से जुड़े एक कर्मचारी ने बताया कि ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देख सरकार की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में राज्य सरकार ने संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए सूबे के सभी पार्क और जैविक उद्यान को 31 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी तक बंद करने का आदेश सरकार की ओर से मिला. इसका पालन कराया जा रहा है.
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